गांव वाली भाभी और शहर वाला फिगर – Part 2

हेलो दोस्तों कैसे है आप सब एक बार फिर से स्वागत है आपका इस मनोरंजन वाली वेबसाइट पर ! तो आज मैं आपके साथ फिर से अपनी सच्ची दस्ता शेयर करने जा रहा हूँ जिसका नाम है भाभी की चुदाई पार्ट २ !

जिन्होंने पार्ट १ नहीं पड़ा वो पहले पार्ट १ पड़े! तो जैसा आपको गांव वाली भाभी और शहर वाला फिगर – Part 1 में पता चला की कैसे मैंने भाभी को कपड़े बदलते हुए देखा और हमारी कहानी आगे बड़ी !

आखिर मैं भाभी बच्चे को लेने चली गयी और फिर जब वो घर आयी तो उन्होंने मुझसे ऐसे बात की जैसा कुछ हुआ ही न हो ! मुझे ऐसा लगा शायद भाभी का अपना मतलब निकल गया है और अब उनको मुझसे कोई लेना देना नहीं हैं!

फिर मुझे कंही जाना था तो मैं भी चुपचाप चला गया ! एक दो दिन ऐसा ही चलता रहा फिर हमारे करीबी में किसी का फंक्शन था तो हमारा पूरा परिवार वोंही गया था ! भाभी और भैया को भी निमंत्रित किया गया था तो वो भी साथ गए थे !

उस दिन तो भाभी लाल साड़ी में कहर डा रही थी ! लाल लिपस्टिक ऐसे लग रही थी मनो चिल्ला चिल्ला कर कह रही हो की आओ मुझे होंठो से चूस लो और मुझे चख कर देखो! साड़ी मई उनका गोरा पेट और पीठ दिख रही थी मन कर रहा था की अभी जाकर किस करलु पर नहीं खुदपर काबू पा लिया!

फंक्शन मेरी परिवार के खास लोगो का था तो मेरी पूरी फॅमिली वोंही रूकती रात भर और मुझे जाना था तो मैं अकेला घर आ गया था ! घरवाले शायद या तो सुबह या दोपहर में आते तो मैं चुपचाप सो गया !

कुछ देर बाद कमरे की लाइट खुली मेरी आंख खुली तो मैंने देखा भाभी सामने खड़ी थी ! मैं हैरानी से भाभी को आँखे देखता रहा भाभी ने मेरे कमरे का दरवाजा बंद करा और कुण्डी लगा दी !

मैं लेटा हुआ था मैं हैरान होकर बैठ गया देखने लगा ! भाभी ने कुण्डी लगायी और मुझे ऐसे देखा मानो जंगल में हिरनी खुद शेर के मुँह में आना चाहती हो! उन्होंने धीरे धीरे अपनी साड़ी मेरे सामने उतारी और फिर ब्लाउज और पेटीकोट में आ गयी !

जो की लाल रंग का था मेरा लिंग खड़ा हो चूका था मन कर रहा था खुद परु लेकिन नहीं मुझे भाभी के धीर धीरे कपड़े उतारते हुए दखने में मजा आ रहा था !भाभी ने पेटीकोट का नाडा खिंचा और पेटीकोट उनकी जंगो से सरकता सरकता निचे पेरो पर गिर गया !

पेटीकोट से दोनों पैर निकाल कर वो एक कदम आगे बड़ी और मेरी तरफ पीठ करके अपने ब्लाउज को खोला और ब्लाउज खुलते ही उसे धीरे से अपने शरीर से अलग करा और निचे गिरा दिया !

अब भाभी सिर्फ लाल ब्रा और लाल पैंटी में थी मेरा सबर टूट रहा था और मुझे गर्मी से पसीने आने लगे थे ! भाभी आयी और मेरी तरफ अपनी कमर करके ब्रा का हुक खोलने का इशारा किया सो मैंने खोला !

मैंने उनकी ब्रा का हुक खोलते ही उनकी नंगी और गोरी पीठ पर चूमा और चूमते ही उन्हें खड़ा करदिया ! खड़े होते ही भाभी ने पीछे मुड़कर अपनी पैंटी उतारी धीरे धीरे और उसे दोनों टाँगे भार निकाली और पैंटी उतार फेंकी !

फिर भाभी सीधा मेरे ऊपर आ गयी और मेरे ऊपर आकर बिना कपड़ो के लेट गयी! उन्होंने मुझे चूमना स्टार्ट किया और धीरे धीरे मेरे होंठो को चूमने लगी ! चूमते चूमते उन्होंने मेरे कपड़े धीरे से उतारे और अब हम दोनों ही बिना कपड़ो के एक दूसरे के साथ थे !

मैंने उन्हें चूमना शुरू किया पहला उनका माथा फिर गाल फिर होंठ ! होंठ की सारी लिपस्टिक मैंने चुम ली थी ! और धीरे धीरे मैं निचे आता गया उनके गले को चूमा उनकी छाती को बहुत जोर से रगड़ा और चूमा!

भाभी की सिसकारियां निकल रही थी उम्मम्मम्म अह्ह्ह्हह उफ्फ्फ्फ़ करके और मैं धीरे धीरे उनके पेट की तरफ बड़ा और उसे चूमकर मैंने उनकी जंगो को चूमा और काटा! काटा इतनी जोर से की निशान पड़ जाए और जब भी बहभी अपनी जांगे देखे तो मेरे निशाँ को देखकर उन्हें मेरी और इस खूबसूरत पल की याद आये!

अब मैंने उनकी योनि पर अपने होंठ रखे और उसे चूमने लगा योनि बिलकुल साफ़ थी मानो भाभी पूरी त्यारी से आयी हो! काफी देर योनि चाटने के बाद उन्होंने मुझे धकेला और मेरे ऊपर आ गयी और वही सब करने लगी जो मैंने उनके साथ किया!

मेरे माथे से चूमते चूमते वो मेरे लिंग तक आयी और उसे किस करा और धीरे से मुँह में लेलिया ! जब उन्होंने मेरा लिंग मुँह में लिया ऐसा लगा जैसे मैं जन्नत में आ गया! भाभी ने मेरे लिंग का ऐसे चूसा जैसे आइसक्रीम चूस रही हो!

कभी चाटा और कभी चूमा और ऐसा करते करते मेरा लिंग पथ्थर की तरह कड़क हो चूका था! अब समय आ गया था और मैंने भाभी को अपने निचे करा और उनकी योनि में अपना लिंग डाल दिया !

लिंग डालते ही भाभी की आवाज जोर से निकली अह्ह्ह्ह उउउउ और मैंने लिंग को अंदर बहार करना शुरू करदिया ! मैं भाभी को बिच बिच में चूमता रहा और उनके चेहरे को देखता रहा और उनके चेहरे में जो हाव भाव मेरे लिंग को अंदर बहार करने से बन रहे थे उन्हें देखता रहा !

बहुत ही मजा आ रहा था वो भी मुझे ही देखे जा रही थी और बार बार चुम रही थी फिर मैंने उन्हें गोड़ी बनाया और पीछे से जोर जोर से अंदर बहार डालने लगा और उनकी छाती को पकड़ कर उन्हें मसलने लगा!

कुछ देर बाद भाभी ने मुझे निचे दकेला और खुद मेरे ऊपर आ गयी और खुदसे झटके मारने लगी!

और कुछ देर ऐसा करने के बाद मैं जड़ गया और मैंने सारा माल भाभी के अंदर निकल दिया और थक कर भाभी मेरे ऊपर ही सो गयी !

पूरी रात हम बिना कपड़ो के ऐसे ही सोये रहे और सुबह होते ही सब कपड़े पहन कर हमने खाना बनाया और साथ में खाया !

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी और उम्मीद है आपको पसंद आयी होगी !

आपसे विनती है की कहानी को अपने दोस्तों से शेयर करे और ऐसे ही हमे आपने प्यार देते रहे ध्न्यावाद !

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