मेरा नाम अमित है, मैं मुंबई का रहने वाला हूँ, ये बात उस जमाने की है जब मैं कॉलेज में पढता था. यह मेरी जीवन की सत्य घटना है, जो मैं आपको बताना चाहता हूँ!
उस दिन मैं और मेरा दोस्त रात के समय कॉलेज से घर निकले, मुंबई स्टेशन पहुँचे, तभी मेरी नजर एक लड़की पर गई! मुझे वो लड़की कॉलगर्ल लगी, मुझे उसे चोदने का मन हुआ! मैं उस वक्त शराब भी पिए हुए था, मैंने फैसला किया कि आज एक रांड को तो पक्का चोदूँगा!
मैंने उसके पास जाकर उसको रेट पूछा, तब वो बोली- मैं ऐसी-वैसी लड़की नहीं हूँ!
मैंने उसे तुरंत सॉरी बोला और बातचीत करने लगा!
मैंने पूछा- यहाँ फिर किसी का वेट कर रही हो क्या?
वह बोली- जी नहीं… मैं अपनी तन्हाई दूर करने आई हूँ!
मैंने समझ लिया कि ये माल अब चोदने मिल सकती है,मैंने बातचीत आगे बढ़ाते हुए कहा- तो चलो फिर कहीं घूम आते !
वो बोली- कहाँ?
मैं गाते हुए बोला- वहीं.. जहाँ कोई आता जाता नहीं..
वो हंसने लगी और मेरे साथ चलने को तैयार हो गई!
हमने एक-दूसरे को जानने के बाद हम ऐसे हो गए, जैसे हम लैला-मजनूं हों! फिर मैंने उसे चोदने का आमंत्रण दिया, तो वो भी झट से तैयार हो गई! हम रात के वक्त होटल गए, तभी रात के 11 बजे थे!
रात का वो वक्त बड़ा रोमांटिक था, होटल के कमरे में पहुँचते ही मैंने उसे चूमना शुरू किया. मैंने उससे उसका नाम शुरूआत से ही नहीं पूछा था! उसको कब चोदूँ, सिर्फ यही मेरे दिमाग में चल रहा था! वैसे वो इतनी खूबसूरत तो नहीं थी, पर शरीर से बहुत कामुक थी! उसके मम्मे बहुत टाईट थे और फिगर तो नागिन जैसी थी!
किसी महान व्यक्ति ने कहा है कि चाहे गोरी हो या काली हो, सीने से लगाने वाली हो! बस मैंने इसी विचार को सर माथे रखा.. और उसे चूमते हुए उसके कपड़े निकाले और खुद भी नंगा हो गया!
वो मेरे लंड को देख कर मादक हो रही थी, मेरा लंड है तो औसत लम्बाई का लेकिन मोटा बहुत है! वो मेरे लंड को हिलाने लगी और मेरे सुपारे पर अपनी जीभ घुमाने लगी!
उसकी जवानी के स्पर्श से मेरा लंड गरम रॉड की तरह कड़क बन गया था! फिर मैंने उसे बिस्तर पर सीधा लिटा दिया.. और उसके पैरों से उसे किस करना शुरू किया!
तब वो बोली- अरे नालायक अब तो मुझसे पूछो कि मेरा नाम क्या है.
मैंने पूछा- क्या है?
तब बोली- सुनीता..
मैंने हंस कर कहा ओके सुनीता डार्लिंग..
मैं चूमते-चूमते उसकी चुत पर आ गया और चुत को चूम कर उसमें उंगली डालने लगा. उसकी एकदम साफ चुत थी. फिर मैंने 69 में होकर अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया. वो भी मजे से मेरा मोटा लंड चुस रही थी. मैं उसकी चुत चाट रहा था!
दस मिनट के बाद मैंने उसे सीधा किया और अपना लंड उसकी चुत में डाल दिया. आह बड़ी गरम चुत थी उसकी. उसने भी लंड बड़े मजे से लील लिया. अब मैं उसकी चुत को धकापेल चोद रहा था और वो बोले जा रही थी- आह.. आआह.. और जोर से चोदो जान..
साथ ही वो नीचे से अपनी गांड उछाल रही थी.
मुझे उसे हर पोजीशन में चोदना था. फिर मैं उसके नीचे आ गया और उसे अपने लंड पर बिठा लिया. वो मुझे चोदने लगी.. आह क्या नजारा था वो.. आज भी उसके उछलते मम्मे याद आ जाते हैं.
फिर मैं उसे डॉगी पोज में लेकर उसकी चुत चोदने लगा. दोनों को खूब मजा आया. मैं और वो दोनों एक साथ झड़ गए.आप यह कहानी परमसुख डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।
रात भर हम चुदाई करते रहे, सुबह कब हो गई.. याद ही नहीं रहा. फिर हम नहा-धोकर रूम से बाहर निकले. हमने साथ में नाश्ता किया और अपना नंबर शेयर किया!
तब से लेकर आज तक मैं उसे चोद रहा हूँ, हम दोनों सिर्फ सेक्स संबंध में बंधे हैं.. और खुश हैं.