ममता चाची की चुत का मालिक बना

दोस्तो मे Anataravasna का नियमित पाठक हू ओर रोज कहानी पढ़ता हू तो सब की कहानिया देख के मुझे भी अपनी कहानी आप लोगो के साथ साझा करने की हिम्मत मिली दोस्तो ये मेरी जिंदगी की एक दम सच्ची घटना है ओर आप मानो या ना मानो पर जो मेरे साथ हुआ वही आप सभी लोगो के साथ साझा करूँगा इस मे हजार प्रेसेंट् सच है!

तो दोस्तो मे जयपुर से हु ओर गाँव मे रहता हु और मेरा नाम महेश है दिखने मे अच्छा हु 5.10 फिट लम्बाई है जो की मुझे थोड़ा आकर्षक बनाती है और मेरा चेहरा भी दिखने मे अच्छा है ओर मे जिम भी जाता हु जिस से की मे एक दम फिट हु ओर मेरे लिंग की लम्बाई 6 इंच है जो की खुद मेरी चाची ने नापी थी अब आते है कहानी की नायिका पर जो की बला की बहुत ही सुंदर है उस के बूब्स तो एक दम बड़े बड़े है क्या ही बोलना दोस्तो और उतनी ही सुन्दर उन की नाभी है जब सारी बांध के निकलती है कई के लौड़ो मे आग लग जाती है! उस की गांड तो इतनी बड़ी बड़ी है दोस्तों देखते ही लण्ड खडा हो जाए अब आते है कहानी पर की कहा से कहानी शुरू हुई थी तो दोस्तो हुआ ऐसे की जो चाचा चाची है वो मेरे खास नही है जैसे बड़ा परिवार होता है उन मे काका बाबा मे है उन का घर और मेरा घर आमने सामने है तो चाचा का किसी ओर लड़की के साथ चक्कर चल रहा था ओर चाची को कम समय देते थे ओर महीने मे भी बहुत कम चोदते थे और चाची यहाँ प्यासी रहती थी चाची को भी चाचा पर शक था ओर मे तब 12 th मे था नई नई जवानी फुट रही थी और फिर स्कूल मे मेरे एक दोस्त ने antaravasna site के बारे मे बताया मैने जब पहले दिन कहानी पढ़ना स्टार्ट की तब से आदत लग गयी ओर आज बिना पढ़े रहा नही जाता है! धीरे धीरे मुझे भी चूत की तलब लगने लगी बहुत मन करता किसी के साथ चुदाई करने का ओर ऐसे ही मुठ मार के काम चला रहा था तो एक बार चाची ने मेरे बारे मे किसी से कहा की मे अच्छा दिखता हु सुन्दर हु तो जब मैने ये बात सुनी तो मुझ कुछ जुगाड़ बैठने की आस जगी मे तो उन को पहले से ही पसंद करता था ऐसे सुन के तो दिल मे और मेरे लोडे मे अरमान जग गए धीरे धीरे मैने उन को देखना शुरू किया बाद मे पता चला की वो तो खुद मुझ देखती थी देखते देखते कुछ दिन ऐसे ही निकल गए बात आगे बढ़ नही रही थी फिर धीरे धीरे चाची ही मेरे सामने खुद की सारी ठीक करती जान बुझकर ओर जब कभी मे घर के बाहर खडा रहता ओर उस समय झाड़ू लगाते हुए अपनी सारी को ठीक करती हटा के नाभी दिखा देती ओर यहाँ मेरे लोडे पर हजार हजार वाट की बिजलिया गिरती थी! लण्ड का हाल बेहाल हो जाता था ओर फिर मुठ मारनी ही पड़ती थी तब जाकर चैन मिलता था ऐसे ही चाची मुझे लुभाती रही और मे फटू आगे बढ़ ना पा रहा था डर जो था मन मैं पर लण्ड जब खडा होता है तब सारे डर कबूतर हो जाते है एक दिन तो हद तब हुई जब मे उन के घर पर था और उस समय कोई नही था बाहर तब मेरी चाची ने मेरे सामने पूरी सारी हटा के उसे ठीक करने लग गयी और मेरे लण्ड का बुरा हाल हो गया ओर उस दिन आँखो मे वो हसीन नजारा लिए हु चला गया बाहर मे फिर एक दिन चाची के घर पर कुछ पूजा पाठ वगेरा था तो थोड़ा जिमाने का कार्यक्रम भी था। फिर उस दिन जब मे खाना खाने बैठा तो घर के सामने चाची अपनी छोटी बच्ची को लेकर बैठी थी ओर मुझे वो दिख रही थी उन को मे भी दिख रहा था एक दूसरे की आँखो से आँखे मिल रही थी बार बार, ओर दिल मे एक तूफान सा उठ रहा था उस दिन मैने ठान लिया की चाची खुद चाहती है की मै उन की चुदाई करू ओर उस दिन नैन मटके मे ही समय निकाल दिया और वो दिन भी निकल गया पर कहते है ना की जिस की किस्मत मे चुत लिखी होती है  उस को वो मिलती ही है ऐसे ही एक दिन मेरी किस्मत भी चमक गयी और चाचा इनोवा कार चलाते थे टूरिस्ट मे तो वो कभी कभी 3-4 दिन बाहर रहते थे एक दिन ऐसे ही गए हुए थे चाचा ओर मैने उस दिन सोच लिया की आज कुछ भी हो जाए मे चाची की चुत हासिल कर के ही रहूँगा ओर किस्मत ने भी मेरा साथ दिया बच्चे स्कूल चले गए थे ओर उन के ससुर काम से जयपुर गए हुए थे ओर सासु अपने पीर गयी हुई थी! मुझे इस से अच्छा मोखा फिर कभी नही मिल सकता था  मे चाची के घर चला गया ओर चाची मुझे देख के खुश हुई बाते करने लग गए ओर बातो ही बातो मे मैने उन के चाचा के बारे मे पूछ लिया की चाचा तो अभी नही है चाची मन नही लग रहा होगा तब सुनते ही चाची ने मुह बना लिया मे समझ गया की कुछ तो गड़बड़ है ओर चाची उदास हो गयी ओर मुझे ये मोखा अपना काम आगे बड़ाने के लिए अच्छा लगा मैने बोला चाची क्या हुआ आप उदास क्यु हो गए चाची सुनते ही रोने सी हो गए ओर उन की आँखो मे आँसु आ गए ओर मैने जैसे ही देखा तो लपक के चाची के पास गया ओर उन्हे नही रोने की कहने लगा ओर उस बहाने मै चाची के बहुत करीब आ गया ओर उन के कंधे पर हाथ रख लिया ओर चुप कराने लगा ओर इसी मे चाची मेरे गले लग के रोने लग गयी ओर उन की छाती मेरी छाती से छूने लगी इतना होते ही लण्ड महाराज को कहा चैन पड़ने वाला था फन उठाना शुरू कर दिया जो की चाची के छूने लग गया और चाची समझ गयी की मेरे दिमाग मे क्या चल रहा है ओर चाची और ज्यादा मेरे से चिपक गए मेरी हालत खराब होने लग गयी ओर मेने आँसू पोछने के बहाने चाची का चेहरा मेरी तरफ किया और आँसू साफ कर के उन की आँखो मे देखने लग गया ओर चाची भी पीछे नही हटी वो भी मेरी आँखो मे ही देखे जा रही थी उस समय दोस्तो ऐसा लग रहा था जैसे सब कुछ थम सा गया है सुन हो गया था सब, मेरा दिल जोर जोर से धड़क रहा था ओर मैने हिम्मत कर के चाची के होटो पर अपने हॉट लगा दिया ओर उन के एक हॉट को अपने मुह मे भर लिया !चाची अचानक हुए इस हमले से थोड़ी घबराई पर रोका नही ओर मे किस करता रहा पर उस समय चाची साथ नही दे रही थी फ़िर थोड़ी देर बाद चाची ने मेरे सिर को पकड़ लिया और पागलो की तरहा मुझे काटने लग गयी मेरे हॉट खा जायेगी आज तो चाची ऐसा लग रहा था ओर एक दूसरे की जीभ को ज्यादा से ज्यादा मुँह मे लेने की कोशिस करने लग गए ऐसे ही पता नही चला कब 5-7 मिनट से किस किए जा रहे थे एक दूसरे को ओर फिर अलग हुए तो चाची की आँखे वासना से भर गयी थी और मैने फिर चाची को अपने प्यार का इजहार किया ओर चाची ने मुझे गले से लगा लिया मे तो ये देख के सातवे आसमान पर पहुँच गया फिर चाची के गले लगने के बाद मैने उन की गर्दन पर किस करना स्टार्ट किया ओर धीरे धीरे कर के गालो पर किस करते करते वापस होटो को अपने काबु मे कर लिया ओर दोस्तो उस समय जो फील हो रहा था वो शब्दो मे बया करना मुश्किल है बस मेरा लण्ड तो चुत मे जाने के लिए मचल रहा था होटो को चूसने के बाद मैने उन के दूध से सफेद बदन पर से सारी को हटाई ओर अब मेरी चाची मेरे सामने पेटीकोट ओर ब्लाउस मे थी ओर मैने हॉट चूसते हुए चाची के ब्लाउस के बटन खोल दिये ओर उन को ब्रा मे ला दिया ओर अब बारी चाची के आमो की थी मे पागलो की तरहा टूट पड़ा उन पर किसी भूखे भेड़िये की तरहा ऐसे मानो खा ही जाऊंगा! आज तो चाची के आमो को चूस चूस के लाल कर दिया और कही कही काटने ने के निशान भी बन गए ये सब से चाची पागल हुए जा रही थी ओर नीचे पानी से चड्डी पूरी गीली हो गयी थी दोस्तो पानी से आग भुजाई जाती है पर यहाँ तो उस पानी की वजह से नीचे आग लगी पड़ी थी चाची ओर मेरी बाहों मे समाये जा रही थी। फिर आमो का रस चूसने के बाद चाची के पेट पर किस करने लगा ओर उन की नाभि मे अपनी जीभ घुसा के गोल गोल घुमाने लग गया इतना करना था की चाची की उम् आह ओह्ह आह खा जा मुझे पुरा ही अब डाल दे नीचे यार आग लग गयी है ये सब बोलने लग गयी ओर थोड़ा मेरे पास खुल के बोलने लगे थे मैने भी ज्यादा देर करना सही नही समझा ओर मैने चाची के पेटीकोट का नाडा अपने मुह मे फँसा के खोला ओर पेटीकोट को निकाल के फेक दिया जल्दी से उस के बाद किसी अप्सरा की तरहा दूध सी सफेद मेरी चाची मेरी आँखो के सामने केवल चड्डी पहने हुए लेटी थी ओर मेरी आँखो मे देखे जा रही थी जो की मुझे आमन्त्रण दे रही थी चोदने का, मेने जल्दी से मुह मे चड्डी को फसाया ओर धीरे धीरे चड्डी को भी पुरा निकाल दिया ओर चड्डी तो मानो पूरी गिली हो गयी थी मेने चड्डी को सुँघा ओर एक नशा सा घुल गया मेरी नाक से होते हुए दिमाग मे ओर इस के बाद मैने चाची की जांघो पर किस किया ओर जेसे ही चुत पर किस करने के लिए मुह लगाया चाची ने हटा दिया ओर बोला की यहाँ भी भला कोई किस करता है क्या तेरे चाचा ने तो आज तक नही किया फिर मेने बोला चाची आज आप मेरा साथ दो चाचा को भूल जाओ बस आज आप मेरे लण्ड पर झुल जाओ ये सुन के चाची की हंशी निकल गयी ओर फ़िर चाची ने कहा की तुझे जो करना है कर ले आज ओर ये सुनते ही मेने अपनी जीभ को चाची की चुत पर लगा दिया ओर भूखे शेर की तरहा टूट पड़ा अंदर तक जीभ डाल के चूसने लगा ओर साथ मे एक उंगली भी डाल दिया इन सब से चाची मछली की तरहा तड़पने लग गयी मेरे सिर को अपनी चुत मे धकेलने लग गयी जैसे तो आज मुझे पुरा चुत मे ही डाल लेगी ओर कमरा तो चाची की मधुर आवजो से गूंजने लग गया चाची बड बड़ाने लग गयी की आज तक तेरे चाचा ने इतना मजा तो चोद के भी नही दिया ओर आज तूने बिना चोदे ही मुझे अन्दर तक हिला दिया आज से मे तेरी हु तु ही मेरी चुत का मालिक है जब तु कहेगा तब तेरा लण्ड ले लुंगी आज से तु ही मेरा सब कुछ है दोस्तो ये सब मेरी चाची बोले जा रही थी ओर ये जादू चुत को चुसवाने के बाद छाया था एक बात ध्यान रखना की कोई भी लड़की या औरत हो आप ने एक बार उस की चुत चूस- चाट ली तो समझो वो आप के काबु मे हो जायेगी आप को ही सब कुछ मान लेगी इस लिए जब भी किसी के साथ सेक्स करो तो उस की चुत जरूर चूसना ओर मुझ तो दोस्तो चुत चाटे बिना रहा नही जाता है मुझे चुत चाटना बहुत पसन्द है अब आगे कहानी पर आते है मेरी चाची मेरे चुत चाटने से पगलायी जा रही थी ओर फिर थोड़ी देर मे चाची की चुत ने एक बार पानी छोड़ दिया ओर चाची थोड़ी शांत हो गयी ओर मेरा लण्ड फन उठाये हुए था फिर भी मेने चाची का पुरा अमृत रूपी पानी को चाट चाट कर साफ कर दिया ओर मेने सोचा की चाची को थोड़ा सा शांत होने दो ओर फिर मे भी उन के बगल मे लेट गया ओर लेटने के बाद चाची मेरे सीने से लग गयी दोस्तो उस समय जो प्यार मुझे अपनी चाची पर आ रहा था बता पाना मुश्किल है दोनो एक दूसरे की आँखो मे देख रहे थे ओर चाची प्यार से मेरे सीने पर हाथ फिरा रही थी ऐसा लग रहा था की ये समय यही थम जाए ओर मै ओर मेरी चाची हमेशा ऐसे ही एक दूसरे से लिपटे रहे थोड़ी देर ऐसे ही लिपटे रहने के बाद चाची ने धीरे धीरे मेरे लण्ड को हाथ मे लेकर सहलाने लग गयी ओर आगे पीछे करने लग गए चाची का इतना करना था की मेने चाची के होटो से अपने हॉट लगा दिये ओर एक दूसरे को किस करने लग गए इस से चाची ओर ज्यादा गरम हो गयी ओर मेरे लण्ड को हिलाने लग गयी मुझ लगा की ऐसे ही हिलाती रही चाची तो मे जल्दी ही झड़ जाऊंगा इस लिए मेने जल्दी से चाची के होटो को चूस के अपने होटो को चाची की चुत पर टिका दिया ओर इतने मे ही चाची के मुह से सिसकारिया निकलने लग गयी आह उम्म ओह्ह आह बस कर अब डाल भी दो ना यार क्यु इतना तड़पा रहे हो चाची ने इतने प्यार से बोला की एक बार तो मन किया की इस अदा पर तो जान लुटा दु फिर मैने देर ना करते हुए जल्दी से चाची की टांगे उठायी ओर लण्ड का सुपारा चुत के मुह पर रख कर उपर नीचे किया चाची की चुत तो पूरी पानी से लबालब भरी हुई थी पानी ऐसे ही दिखा रहा था तो चिकनाई की जरूरत ही नही पड़ी ओर मेरे लण्ड का सुपारा अन्दर डालते ही चाची की हल्की सी चीख निकली उई माँ ओर ये सुनते ही मे जोश मे आ गया ओर मेने धीरे धीरे आधा लण्ड अन्दर डाल दिया ओर फिर एक बार बाहर निकाल के एक झटके के साथ पुरा लण्ड चुत के आखिरी छोर तक पहुँचा दिया इस झटके से चाची की चीख निकल गयी ओर मेरी तरफ गुस्से से देखा ओर बोला की जालिम है तु तो चुत को फाड़ेगा ही आज धीरे करो मेरी जान कही भागी नही जा रही हु आज से तेरी ही हु चाची ने ये सब बिना शर्म के मुझे बोल दिया ओर कुछ देर रुक के जेसे ही लण्ड चुत के हिसाब से सेट हुआ मेने आगे पीछे होना शुरू कर दिया ओर थोड़ी देर बाद तो चाची भी गांड उठा उठा के साथ देने लग गयी ओर मेने अपने धक्को की स्पीड बढ़ा दी गाड़ी का गियर पहले से से सीधा पाचवे मे डाल दिया ओर चाची  लिपट गयी मेरे चेहरे पर किस किए जा रही थी ओर मे नीचे से जोर जोर से झटके मार रहा था हमे चुदाई करते हुए पंद्रह मिनट हो गए थे ओर मे लगातार तेज तेज झटको के साथ चोदे जा रहा था इतने मे ही चाची ने जोर से मुझे अपनी तरफ खिचा ओर उसी के साथ चाची ने एक आवाज़ के साथ आह ओह्ह करते हुए झड़ गयी ओर चाची के सैलाब के आगे मे भी नही टिक पाया ओर मेने भी अपना  बांध तोड के चाची की चुत को लबालब भर दिया ओर मे चाची के ऊपर ही लेट गया ओर शांत हो गया ओर चाची ने आपरेशन  करवा रखा था तो बच्चा लगने का डर नही था ओर थोड़ी देर ऐसे ही लेते रहे फिर चाची थोड़ी देर बाद मेरे सिर पर प्यार से हाथ फिरा रहे थे ओर चाची ने मुझे बड़े ही प्यार से बोला की मेरी जिंदगी मे मैने आज पहली बार इतना ज्यादा मजा लिया है अगर आज तु नही मिलता तो मुझे चुदाई के असली सुख का पता ही नही चलता ओर मुझे अपनी बाहों मे ले लिया प्यार से ओर बोला की आज से तु ही मेरा पति है तेरे लण्ड पर मेरी पूरी ज़िंदगी कुर्बान है ओर ऐसे बोल के चाची ने मुझे ही अपना पति मान लिया ओर फिर उस के बाद हमने एक बार ओर सेक्स किया ओर चाची को अच्छे से चोद के शांत कर दिया दोस्तो आज भी जब भी मन करता है मै अपनी चाची को चोद लेता हु ओर इस बार चाची ने मेरे लिए चौथ का व्रत भी रखा था ओर आगे की कहानी आगे के भाग मे बताऊंगा की कैसे चाची ने मेरे साथ चौथ का व्रत खोला
तो दोस्तो कैसी लगी मेरी चाची की चुदाई की कहानी मेरी सेक्स कहानी के लिए आप अपने विचार मुझे ईमेल कर सकते है
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