Desi Chudai kahani,Antarvasna,kamukta
हैल्लो दोस्तों.. कैसे हो आप? दोस्तों यह जो स्टोरी में आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ यह एक सच्ची स्टोरी है और आज से एक साल पहले की है। दोस्तों यह स्टोरी मेरे पड़ोस में रहने वाली एक आंटी की है और मुझे वो आंटी बहुत अच्छी लगती थी.. क्या माल थी वो एकदम सेक्सी.. उसका फिगर 38-30-38 था और उनकी उम्र 38 साल थी.. फिर भी वो शक्ल से 20 साल की लगती थी और उनका नाम सोनिया था। उनकी बड़े बड़े बूब्स और बहुत सेक्सी गांड थी कि मेरा लंड अक्सर उसको देखकर टाईट हो जाता था और उनकी गांड का हाल पूछो मत.. मोटी मोटी गांड और जब जब वो चलती थी तो गांड हिलती रहती थी और जब जब में आंटी की गांड देखा करता था.. तो मेरा लंड जोश में आकर मेरी पेंट ऊँची करके टेंट बनाया करता था। आंटी बहुत ही सेक्सी थी.. लेकिन बैचारी आंटी अंकल के काम की वजह से एंजाय भी नहीं करती थी। क्योंकि उसके पति बाहर एक अच्छी कम्पनी में एक ऑफिसर थे और अक्सर बाहर ही रहते थे। फिर एक दिन में उनके घर गया तो सोनिया आंटी घर पर अकेली थी। तो मैंने आंटी से पूछा कि सभी लोग कहाँ है? तो आंटी ने जवाब दिया कि अंकल की तो तुम्हे पता ही है और सभी बच्चे मामा के घर गये है और वो आज रात को नहीं आएँगे।
तभी आंटी ने कहा कि चलो बैठो। तो मैंने थोड़ी देर बैठकर आंटी से इधर उधर की बातें की और फिर मैंने आंटी को कहा कि ठीक है आंटी.. में अब चलता हूँ। फिर आंटी ने मुझे रोक लिया और कहा कि अभी रुक जाओ मुझे नहाना है.. जब तक तुम मेरे घर का ख़याल रखना.. में बस अभी पांच मिनट में नहाकर आती हूँ। आंटी मेक्सी में थी और उस गुलाबी मेक्सी में उनके बूब्स बड़े सेक्सी लग रहे थे। फिर वो बोली कि और तू मेरा पीसी भी ठीक कर के जाना.. वो बहुत दिनों से खराब है.. लेकिन मुझे नहीं पता था कि आंटी भी पीसी ऑपरेट करती है और में वहीं पर रुक गया और आंटी नहाने के लिए बाथरूम में चली गई और में बेडरूम में बैठकर आंटी का इंतजार कर रहा था।
तभी अचानक मेरी नज़र बेड पर पड़ी.. बेड पर टावल, पेंटी और ब्रा पड़ी थी। ब्रा और पेंटी बहुत बड़ी थी और फिर करीब 15 मिनट बाद आंटी ने मुझे आवाज़ दी और कहा कि टावल दे दो मुझे। फिर मैंने आंटी को टावल दिया। फिर आंटी ने कहा कि अमन प्लीज़ मेरी पेंटी और ब्रा भी दे दो ना। तो मैंने आंटी को पेंटी और ब्रा भी दे दी। अब आंटी नहाकर बाहर निकली और आंटी ने सफेद कलर का सूती कपड़े का सूट पहना था और उसमे से आंटी की काली ब्रा साफ साफ नज़र आ रही थी। फिर मैंने आंटी को कहा कि आंटी अब में चलता हूँ.. तो आंटी ने कहा कि क्या तुम्हे कुछ काम से जाना है? तो मैंने कहा कि नहीं फिर आंटी ने मुझे कहा कि थोड़ी देर और रुक जाओ.. में अकेली हूँ और में बोर हो जाऊंगी.. हम कुछ बातें करते है। तो में उनके कई बार कहने पर बैठ गया और आंटी बैठी बैठी अपनी लाईफ के बारे में बता रही थी। तभी धीरे धीरे आंटी बहुत खुलकर बातें करने लगी और मुझसे पूछने लगी कि तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड्स है या नहीं और तुमने कभी सेक्स किया है या नहीं? फिर में तो ऐसी बातें सुनकर हैरान ही हो गया। तो कुछ देर बाद में भी खुल गया था और मैंने आंटी से पूछा कि क्या आंटी आपको सेक्स पसंद है? तो आंटी ने जवाब दिया कि सेक्स हर किसी को पसंद होता है पागल। आंटी ने कहा कि क्या तुम्हे पसंद नहीं है? फिर मैंने जवाब दिया कि मैंने कभी किया ही नहीं है। तो आंटी ने कहा कि तू झूठ मत बोल.. मुझे मालूम है तुम बहुत बुरे हो। तुमने अपनी काम वाली को चोदा है और नेहा को भी। मुझे सब पता है और जी करता था कि तुम को रात को ही अपने घर बुलाकर अपनी प्यास बुझा लूँ.. लेकिन बच्चे घर पर थे। मैंने सोचा कि जब घर आओगे तब ही तुम से बात करूँगी। तेरी माँ को बोलना पड़ेगा कि जल्दी से तेरी शादी करवा दे।
तभी में अचानक से बहुत डर गया और फिर आंटी ने कहा कि डरो मत.. में कुछ नहीं कहूंगी और मैंने तो तुम को नंगा भी देखा है। फिर मैंने आंटी से पूछा कि कब देखा आपने मुझे नंगा? तो आंटी ने जवाब दिया कि जब तुम मेरे घर के बाथरूम में पेशाब कर रहे थे। अब बिल्कुल चुपचाप हो गया और मैंने उनसे कुछ भी नहीं कहा। फिर वो बोली कि मेरी भी चूत प्यासी है.. क्या अपनी आंटी की प्यास नहीं बुझाएगा? चुप क्यों बैठा है बोल.. अब तुम्हारा लंड क्या मेरी चूत की प्यास बुझाएगा? फिर में सोनिया आंटी की बातों से मन ही मन खुश हो रहा था और मैंने कभी भी सोचा नहीं था कि आंटी खुद तैयार हो जाएगी और में उनसे डरता भी था.. क्योंकि वो बहुत गुस्से वाली थी।
आंटी ने अब अपना हाथ मेरे लंड पर रखा मुझे तब बहुत अच्छा लगा। मेरी आंटी बहुत प्यासी थी। वो बिल्कुल गोरी थी और वो अभी भी बिल्कुल जवान लगती थी और ज़िंदगी में आज पहली बार में 38 साल कि औरत के साथ सेक्स करने जा रहा था। फिर आंटी ने मुझसे कहा कि अपनी पेंट उतारो.. में भी देखूं तुम्हारा प्यारा सा लंड और फिर मैंने अपनी पेंट उतार दी। मैंने उस दिन अंडरवियर नहीं पहनी थी। में अब नीचे से नंगा था और फिर आंटी मेरे पास आई और मेरी शर्ट भी उतार दी और उन्होंने मुझे पूरा नंगा कर दिया। आंटी को मेरा लंड बहुत अच्छा लगा और आंटी ने मेरा एक हाथ अपने बूब्स पर रखा और कहा कि दबाते रहो प्लीज़.. मैंने बहुत देर तक उनके बूब्स दबाए और आंटी को भी बहुत मज़ा आ रहा था। फिर आंटी ने अपनी कमीज़ उतारी और फिर सलवार भी उतारी और फिर मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर जोर जोर से चूसने लगी। फिर में आंटी की ब्रा खोलने की कोशिश कर रहा था।
तो आंटी मुस्कुराकर बोली कि बेटा तू रुक.. में खोल देती हूँ। फिर आंटी ने ब्रा को खोल दिया और पेंटी भी उतार दी। फिर आंटी का गोरा गोरा जिस्म मेरे सामने पूरा नंगा था और आंटी ने अपने बड़े बड़े बूब्स को मेरे लंड पर रख दिया और अपने बूब्स से मुझे चुदाई का मज़ा दे रही थी। तभी कुछ देर बाद में आंटी की चूत को चाटने लगा और आंटी की सेक्सी सेक्सी आवाज़े निकल रही थी.. आआहह ऊऊऊहह अमन बेटा आआह ज़ोर से बेटा आआआहह तेरी आंटी प्यासी है मेरी प्यास बुझा दे बेटा। फिर आंटी ने कहा कि अब अपना लंड मेरी चूत में डाल दे.. बहुत प्यासी है। चूत प्यास की बुझाओ जल्दी से.. प्लीज। तभी मैंने आंटी के दोनों पैरो को अपने हाथों से अपने कंधो पर रखा और चूत पर 8 इंच का लंड रखा। आंटी की चूत बहुत टाईट हो रही थी और मैंने धीरे से एक धक्का दिया तो आंटी की चीख निकल गई और आंटी ने कहा कि थोड़ा आराम से डालो.. क्या जल्दी है तुमको? फिर मैंने कहा कि आंटी ठीक है अब आराम से डालूंगा। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर मैंने हल्के हल्के झटको से लंड को आगे बड़ाया और आंटी को मज़ा आ रहा था। आंटी की आवाज़े निकल रही थी ऊओह ऊऊफ्फ्फ्फ्फ्फ उह्ह माँ और डालो और डाल.. आज मेरी चूत को मज़ा दे.. फाड़ दे प्लीज़ अमन.. और तेज़ करो। तभी मैंने अपनी स्पीड को और तेज़ कर दिया। फिर आंटी मुझे बेड पर ले गयी और मुझे बेड पर धक्का दे दिया और बोली कि आज तुझसे में चुदवाती हूँ और सोनिया आंटी ने मेरे लंड का टोपे को किस किया और मुझे सीधा लेटा दिया और मेरे लंड के ऊपर अपनी चूत रख दी और ज़ोर जोर से हिलाने लगी और चिल्लाने लगी.. आहह बेटा.. अमन बेटा आआहह मज़ा आ गया.. तुम्हारा लंड अब मेरी प्यास बुझा देगा और ज़ोर जोर से ऊपर नीचे होने लगी। फिर ऐसे में मेरे लंड को भी बहुत दर्द हो रहा था। आंटी और में दोनों पागल हो गए और मैंने आंटी को उठा लिया और नीचे लेटाकर उनके पैर खोल दिए और फिर से चुदाई शुरू कर दी। तभी आंटी झड़ने वाली थी और हमको 15-20 मिनट हो गए थे और मेरा भी पानी निकालने वाला था। फिर आंटी ने कहा कि अंदर नहीं निकालना।
तो मैंने कहा कि ठीक है अब मैंने अपना लंड निकाला और आंटी के बूब्स पर पूरा वीर्य निकाल दिया। फिर आंटी ने मेरा लंड चूसा और पानी पी गई और 15 मिनट तक हम नंगे ही बेड पर लेटे रहे। फिर मैंने आंटी से कहा कि आंटी मुझे आपकी गांड भी मारनी है। तो आंटी ने जवाब दिया कि आज से सब कुछ तुम्हारा है बेटा.. ये गांड भी तुम्हारी है जब बोलोगे दे दूँगी.. मेरी चूत के मालिक। तभी मैंने कहा कि तो क्या अभी मिल सकती है? तभी आंटी ने कहा कि.. क्यों नहीं? और आंटी ने फिर मेरे लंड को चूसना शुरू किया और 5 मिनट के बाद में आंटी की मोटी मोटी गांड पर अपनी जीभ फेरने लगा। तो आंटी ने कहा कि यह क्या कर रहे हो? आज तक किसी ने मेरी गांड पर जीभ नहीं फेरी। तो मैंने जवाब दिया कि आंटी मैंने एक सेक्सी फिल्म में देखा था। फिर आंटी ने कहा कि अमन तुम को तो बहुत कुछ पता है सेक्स के बारे में। फिर आंटी डोगी स्टाईल में थी और मुझे मेरा लंड उनकी गोरी गोरी मोटी मोटी गांड में उन्हें चोदने के लिए डालना था। फिर आंटी ने कहा कि आराम आराम से डालना यह चूत नहीं गांड है और इसमें बहुत दर्द होता है। तो मैंने कहा कि आंटी आप फ़िक्र मत करो.. में बड़े आराम से आपकी गांड की चुदाई करूंगा। फिर मैंने आंटी की गांड में हल्का सा झटका दिया.. लेकिन आंटी को बहुत दर्द होने लगा और उनकी चीख निकल गई.. आआआहह हरामी बाहर निकाल फट जाएगी.. रहम कर आआहह नहीं बेटा.. प्लीज अहह ऊऊईईए माँ मरी में.. आअहह बाहर निकाल। फिर मैंने अपनी स्पीड हल्की कर दी और अब हल्के हल्के मेरा पूरा लंड आंटी की गांड में जा चुका था और आंटी को भी बहुत मज़ा आया गांड में लंड लेकर। तो मैंने आंटी को कहा कि आंटी वीर्य निकलने वाला है। तो आंटी ने कहा कि बाहर निकाल लो और फिर आंटी ने सारा वीर्य फिर से पिया और लंड को चूसने लगी। अब जब भी हमे मौका मिलता है में आंटी की प्यास बुझाता हूँ ।।
धन्यवाद …