अब मैने भाभी को वापस सीधी कर लिया। अब भाभी फिर से मेरे नीचे आ चुकी थी। अब मैंने भाभी के जिस्म पर अटकी हुई ब्रा को खोल फेंका। अब मैंने भाभी के रसभरे बोबो को मुँह मे भर लिया और जमकर भाभी के बोबो पर टूट पड़ा।
” उँहह ओह्ह्ह् बहुत रसीले बोबे है भाभी आपके आह्हा उन्ह मज़ा आ गया। आह्हा उँहह ओह्ह्ह् सिस। खा जाऊंगा आज तो आपके बोबो को आह्हा। “
” खा ले साले। मेरे बोबो को। आह्हा उँहह खूब चुसस् आह्हा ओह्ह्ह् कुत्ते आह्हा उँहह ओह्ह बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा। “
” हाँ साली कुत्ती। आह्हा ऊँह। “
” जमकर चुस्स कुत्ते। मेरे बोबो को अहहा ओह्ह्ह् बहुत मज़ा आ रहा है आह्हा उँहह। “.
” हाँ साली। “
भाभी आज उनके खजाने को लूटा रही थी। मैं भी भाभी के खजाने को झटके दे देकर लूट रहा था। मै भाभी के बोबो को झटके दे देकर चुस्स रहा था। भाभी के मस्त टाइट बोबो को चूसने मे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। मै भाभी के बोबो को अच्छी तरह से निचोड़ कर चुस् रहा था।
” ओह्ह्ह् रोहित उँह ओह्ह्ह् सियस आह्हा। अच्छी तरह से नोचड दे मेरे बोबो को आह्हा उँहह। “.
” हाँ मेरी रानी। “
फिर मैंने भाभी के बोबो को बुरी तरह से रगड़ डाला।अब मै वापस भाभी की चूत पर आ गया और झट से मैंने भाभी की चूत मे लंड ठोक दिया। अब मै भाभी को फिर से बाहों मे कसकर बजाने लगा।
” आहाह ओह्ह्ह् आह्हा उह ओह्ह्ह् सिसस। आह्ह्ह् बहुत मज़ा आ रहा है साले कुत्ते आह्हा आहह। “
” हाँ साली। “
” आह्हा आह्हा ओह्ह्ह्ह मेरे सैया आह्हा अहहा ओह्ह्ह्ह्। आह्हा आह्हा आईई। आह्हा आईई। “
” ओह्ह्ह् मेरी रानी आह्हा आह्हा ओह्ह्ह्। “
मै भाभी की धुंआधार ठुकाई कर रहा था। हम दोनो पसीने मे लथपथ हो चुके थे। तभी मैंने भाभी को जोर से बाहों मे कस लिया और उनकी चूत को मेरे लंड के पानी से भर दिया।
” ओह्ह्ह् भाभी। “
” ओह्ह्ह् रोहित मज़ा आ गया। आह्हा। “
” आज जाकर मेरे लंड को शांति मिली है भाभी। “
” सब्र का फल मीठा होता है रोहित। “
” हाँ भाभी। “
“मै तो तेरे लंड की दीवानी हो गई रोहित। बहुत मस्त लंड है तेरा। “
” मै भी आपकी चूत का दीवाना हो गया भाभी। “
अब थोड़ी देर बाद मैं फिर से भाभी के बोबो को चूसने लगा। भाभी के मस्त रसीले बोबे चूसने मे मुझे बहुत मजा आ रहा था। भाभी अब मेरे बालो को सहला रही थी।
” ओह्ह्ह् रोहित उन्ह ओह्ह्ह् आह्हा,,,,,,, चुस् ले मेरे बोबो को। बुझा ले तेरी प्यास्। ओह्ह्ह् आह्हा। “
” बहुत ही प्यासा हूँ भाभी। उन्ह। “
” आह्हा ओह्ह रोहित बहुत रस् भरा है मेरे बोबो मे। आह्हा। “
मै भाभी के बोबो को फिर से निचोड़ रहा था। भाभी आज उनके रसीले बोबो को जमकर लूटा रही थी। मै सबड़ सबड कर भाभी के बोबो को चुस् रहा था।
‘ ओह्ह्ह् रोहित उँहह। “
फिर मैंने थोड़ी देर मे ही भाभी के बोबो को चूस डाला। अब मैंने भाभी को पलट् दिया। अब भाभी के मदमस्त जिस्म को देखकर मेरा लंड फडक उठा। तभी मै झट से भाभी पर चढ़ गया।
अब मै भाभी की गौरी चिकनी कलाईओ और कंधो पर किस करने लगा। भाभी की मदमस्त जवानी लूटने मे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। मै भाभी के कंधो और कानों पर जमकर किस कर रहा था।
” ओह्ह्ह् आह्हा सिसस उन्ह। “
” ओह्ह्ह् भाभी। बहुत ही मस्त माल हो आप्। “
फिर मैं भाभी की चिकनी चमचमाती हुई पीठ पर किस करने लगा। आहा! भाभी की मखमली पीठ पर किस करने में मुझे अलग ही मज़ा मिल रहा था।
” ओह रोहित सिसस्ससस्स आह्ह सिससस्स ओह आह्ह।”
भाभी चुपचाप उनके मदमस्त जिस्म पर किस करवा रही थी। मैं झमाझम भाभी की पीठ पर किस कर रहा था। अब मैं किस करता हुआ भाभी की गांड पर आ गया। अब मै भाभी के गोल् गोल मस्त सेक्सी चुतडो को देखकर पागल हो उठा।
अब मै भाभी के सेक्सी चुतडो पर जमकर किस् करने लगा।मुझे तो भाभी की गांड पर किस करने के बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। अब मै भाभी के चुतडो पर बाइट करने लगा। तभी भाभी सिहरने लगी।
” ओह्ह्ह् रोहित जी। आह्हा सिसस। बाइट मत करो यार। “
तभी भाभी मुझे उनके मदमस्त चुतडो से दूर हटाने की कोशिश करने लगी लेकिन मै भाभी के चुतडो पर किस करता रहा। मै भाभी के गौरे चिकने चुतडो का जमकर मज़ा ले रहा था।
” आहह सिसस् उन्ह ओह्ह्ह आहह। “
फिर मैने बहुत देर तक भाभी की गांड पर किस किये। भाभी की गांड किस करने से पूरी गीली हो चुकी थी। फिर मैं भाभी के चुताड़ो पर चपेड मारने लगा। तभी भाभी दर्द से झल्लाने लगी।
” आहा सिससस्स आह्ह ओह मम्मी। “
” बहुत मस्त चूतड़ है भाभी तेरे आह्ह।मज़ा आ रहा है।”
” आईई आईई आराम से चपेड मार साले। “
” आराम से ही मार रहा हूं साली। “
मैं भाभी के चुताड़ो को बजाये जा रहा था। भाभी आहे भर रही थी लेकिन वो उनके चूतड़ पर चपेड मारने से मुझे रोक नहीं रही थी। भाभी को भी गाँड़ पर चपेड मरवाने में मज़ा आ रहा था।
” आईई आहह आहह आईई सिसस्। “
फिर मैंने भाभी के चुतडो को चपेड मार मारकर लाल कर दिया। अब मैंने भाभी को पलट कर वापस सीधा कर लिया।
अब मेरा लंड फिर से भाभी की चुत् फाड़ने के लिए तैयार था।अब मैंने भाभी की चुत् मे लंड फंसाया और उन्हे फोल्ड कर दिया। अब मै भाभी को फोल्ड कर दे दना दन उनकी चुत मे लंड पेलने लगा।
” आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् मम्मी आह्हा आह्हा आईई उँह आह्हा आह्हा। “
” ओह्ह साली आह्हा बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा। “
” आहह आह्हा ओह्ह्ह् आईई पेले जा साले कुत्ते आह्हा आईई फक्क मी फास्ट आह्हा आह्हा। “
” ऐश बेबी आह्हा आई फक्क यू। “
” आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् आह्हा आईई। “
” आज तो तेरी चुत् का कचूमर बना दूंगा साली। “
” बना दे साले कुत्ते। आह्हा आह्हा आईई आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह मम्मी आहा आराम से आहा आह आह बुझा दे मेरी चूत की आग आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह।”
मै जोर जोर से भाभी को बजा रहा था। मेरा लंड आज भाभी की चूत की चटनी बनाने में लगा हुआ था। भाभी मेरे लंड के जोरदार झटको से बुरी तरह से पस्त हो रही थी। मैं भाभी को जमकर चोद रहा था।
” आहा आईईईई मम्मी आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह आहा आईईईई ओह्ह्ह्ह मेरे सैया। आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह बहुत मजा आ रहा है तुझसे चुदाने मे। आहा आईईईई।”
” मुझे भी बहुत मजा आ रहा है मेरी रानी आहा। आज जाकर मेरे लंड को शांति मिल रही है।”
मै भाभी को फोल्ड करके बुरी तरह से चोद रहा था। जोरदार ठुकाई से भाभी की हालत पतली हो रही थी। फिर मैंने बहुत देर तक भाभी को फोल्ड करके बजाया।
” ओह्ह्ह रोहित तूने तो मेरी चूत की परतें ही खोल दी।”
” अभी तो आपकी गांड़ की भी परते खोलनी है भाभी।”
” यार प्लीज गांड़ की परतें मत खोलना।”
” वो तो खोलनी ही पड़ेगी भाभी।”
तभी मैंने भाभी का हाथ पकड़ा और उन्हे बेड से नीचे ले आया। अब मेने फिर से भाभी से घोड़ी बनने के लिए कहा लेकिन अबकी बार भाभी की घोड़ी बनने में गांड़ फटने लगी।
” यार मैं घोड़ी नही बनूंगी। तू मेरी परते फाड़ देगा।”
” अब आपकी इतनी मस्त गांड़ हैं तो परते तो फाड़नी ही पड़ेगी ना भाभी।”
” नहीं यार रोहित। गांड़ में नहीं । इसके बदले मै और तू जो कहेगा वो कर लूंगी।”
” नहीं भाभी, मुझे तो अब आपकी गांड़ ही मारनी हैं।”
” अरे यार तू…………”
” अब बन भी जाओ घोड़ी भाभी।”
” तू मेरी गांड़ की परतें फाड़कर ही मानेगा आज।”
” हां भाभी।”
तभी पलक भाभी मुस्कुराती हुईं घोड़ी बन गई।अब मैं भाभी की गांड़ में लंड सेट करने लगा।
” पूरा एकसाथ मत डालना यार। मुझे बहुत डर लग रहा है यार।”
” क्यों? भैया आपकी गांड़ नही मारते क्या?”
” वो तो खूब कोशिश करते हैं यार लेकिन मैं ही उन्हे नही मारने देती लेकिन आज तू मेरी चूत और गांड़ दोनो एकसाथ ले रहा हैं।”
” हां भाभी।”
अब मैने भाभी की कमर पकड़कर ज़ोर का झटका दिया। तभी एक ही झटके में मेरा लण्ड भाभी की गांड के छेद को चीरता हुआ पूरा अंदर घुस गया।लण्ड गांड में घुसते ही भाभी बुरी तरह से चिल्ला पड़ी।
“अआईईई अआईईई ओह साले कुत्ते।मर गई।आईईईई बहुत दर्द हो रहा है यार। आईईईईई।”
” अब थोड़ा दर्द तो होगा ही भाभी।”
“हूँ।,,,,, थोड़ा आराम से डाल।”
तभी मैंने फिर से भाभी की गांड में लण्ड ठोक दिया। मेरा लण्ड भाभी की गाँड़ में पूरा घुस चूका था। बससस्स फिर क्या था? अब मै दे दना दन भाभी की गाँड़ मारने लगा। अब भाभी मेरे लंड के तूफान में उड़ने लगी।
” आईईईई आईईईई आह्ह आहा सिससस्स आह्ह आह्ह ओह आह्ह आह्ह ओह आईईईई।”
” हाय क्या मस्त गाँड़ है आह्ह बहुत मज़ा आ रहा है भाभी।”
मैं फूल स्पीड में भाभी को जमकर चोद रहा था। मेरा लण्ड भाभी की चूत के परखचे उड़ा रहा था। भाभी दर्द से बुरी तरह से झल्ला रही थी । मै जमकर भाभी की गाँड़ में लण्ड पेल रहा था।
” आह आह्ह ओह सिससस्स आईईईई मम्मी मरर्रर्र गईईईई। आह्ह आह्ह आह्ह।”
” मज़ा भी तो बहुत आ रहा है भाभी।”
अब भाभी की चीखे चरम पर थी।मेरा लण्ड दे दना दन भाभी की गांड में अंदर बाहर हो रहा था।मेरा लण्ड भाभी की हालत खराब कर रहा था।
” अआईईई अआईईई अआईईई आह आहा मर गई।आह आहा धीरे धीरे डाल कमीने।अआईईई अआईईई।”
” कमीनी ज़ोर ज़ोर लण्ड डालने में ही तो असली मज़ा आता है। डालने दे।”
” आह आहअआईईई ओह साले हरामी अआईईई अआईईई मेरी गांड फट गई।”
“गांड फाड़ने के लिए ही होती है साली ।आहा मज़ा भी बहुत आता है।”
मेरा लण्ड झमाझम भाभी की गांड में अंदर बाहर हो रहा था।भाभी आज बहुत बुरी तरह से मेरे लण्ड के कहर को झेल रही थी।मेरा लण्ड उनकी गांड के छेद को गहरा करता जा रहा था।फिर थोड़ी देर बाद भाभी कांप उठी और उनकी चुत से गरमा गरम माल बहने लगा।भाभी पसीने में नहा चुकी थी।मैं ताबड़तोड़ भाभी की गांड मार रहा था।
” आह्ह आह्ह सिससस्स आह्ह ओह आह्ह आह्ह आईईईई मम्मी। आह्ह ओह कुत्ते।”
“बहुत पेलूंगा आज तो आपकी गाँड़ भाभी।”
” ओह्ह्ह्ह साले कुत्ते। आहा आईईईई मम्मी आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह आईईईई।”
” ओह्ह्ह भाभी।”
” आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह आईईईई मम्मी आहा आईईईई ओह्ह्ह्ह ऊंह मार ले साले कुत्ते मेरी गांड़। आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह।”
” हां साली अच्छे से मार रहा हूं तेरी गांड़।”
” आहा आईईईई ओह्ह्ह्ह आहा बहुत मजा आ रहा है गांड़ मरवाने में। आहा ऊंह ओह्ह्ह्ह खूब अच्छे से पेल मेरी गांड़ में लंड। आहा ओह्ह्ह फक्क मी।”
” येस बेबी आई फक्क् यू।”
मै ताबड़तोड़ भाभी की गांड़ मार रहा था। भाभी अच्छे से घोड़ी बनकर गांड़ मरवा रही थी। मेरा लंड भाभी की गांड़ की परतें खोल चुका था। फिर मैंने बहुत देर तक भाभी की गांड़ मारी।
” ओह्ह्ह रोहित बहुत बुरी तरह से गांड़ मारी हैं तूने मेरी ।”
” वो तो मारनी ही थीं भाभी ।”
अब मै बेड के किनारे बैठ गया और मैंने भाभी से अब मेरा लंड चूसने के लिए कहा।तभी भाभी नीचे बैठ गई और मेरे लंड को मसलने लगी। तभी मेरा लंड भाभी के हाथ में आते ही और ज्यादा फूल गया। अब भाभी पैनी नजरो से मेरे लंड को निहार रही थी।
” बहुत ही तगड़ा हथियार है रोहित तेरा।”
” हां भाभी। अब मेरा हथियार आपके ही काम आयेगा।”
” हां यार। तेरे हथियार ने तो मुझे मस्त कर दिया।”
” अब तो ये आपको मस्त करता ही रहेगा।”
भाभी अच्छी तरह से मुट्ठी में भींचकर मेरे लंड को मसल रही थी। वो मेरे लंड को मसल मसल कर लाल कर चुकी थी।अब भाभी ने मेरे लंड को मुंह में भरा और उसे चूसने लगी। अब मै भाभी के बालो को सम्हाल रहा था । भाभी सकासक मेरे लण्ड को चुस रही थी। वो भूखी शेरनी की तरह मेरे लंड पर टूट पड़ी थी।
“ओह साली कुत्ती आह्ह। “
भाभी झमाझम मेरे लण्ड को मुँह में अंदर बाहर ले रही थी। उन्हें मेरा लण्ड चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था।
” ओह साली चुदक्कड़ आह्ह और चुस आह्ह सिससस्स।”
भाभी लबालब मेरा लण्ड ले रही थी। वो मेरे खुरदरे लण्ड को चुस चूसकर चिकना बना चुकी थी।।
” आह्ह साली हरामज़ादी बहुत मज़ा आ रहा है। “
भाभी बहुत ज्यादा चुदासी बन चुकी थी। वो मेरे लण्ड को चुस चूसकर लोलिपोप बना रही थी। फिर भाभी ने बहुत देर तक मेरे लण्ड को चुसा।
अब मैने भाभी को उठाकर बेड पर पटक दिया। अब मैने भाभी की टांगों को फिर से खोल दिया और उनकी चूत में लंड फंसा दिया। अब मै भाभी को बाहों में फंसाकर उनकी फिर से जोरदार ठुकाई करने लगा। भाभी फिर से मेरे लंड के नीचे फड़फड़ाने लगी।
” आहा आईईईई आहा ओह्ह्ह ऊंह आहा आईईईई आहा बहुत मजा आ रहा है रोहित। आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह सिस्स्स ।”
” मज़ा तो मुझे भी खूब आ रहा है मेरी रानी।”
” खूब जमकर बजा मेरे सैया। आहा आहा ऊंह सिसस।”
” हां मेरी रानी। जमकर बजा रहा हूं तुझे।”
” आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह आहा ओह्ह्ह मेरे सैया।”
भाभी मेरे लंड की ठुकाई से नस्ते नाबूत हो रही थी। भाभी मुझे बाहों में कसकर मेरी पीठ को नाखूनों से खोद रही थी। मै धमाधाम भाभी को चोद रहा था। तभी भाभी की चूत गरमा गर्म पानी से भर गई। मेरा लंड भाभी की झील के लगातार डुबकियां लगा रहा था।
” आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह आहा ओह्ह्ह।”
फिर मैने थोड़ी देर भाभी को ऐसे ही बजाया। अब मैने भाभी की टांगे पकड़ कर आगे खींच लिया और मैं भाभी के ऊपर चढ़कर उनके मुंह मे लंड सेट करने लगा। अब मै भाभी के मुंह के लंड डालकर उनके मुंह को चोदने लगा।
” ओह्ह्ह भाभी आहा बहुत मजा आ रहा है। आहा।”
मैं गांड़ हिला हिला कर भाभी के मुंह में लंड पेल रहा था। भाभी मेरी गांड़ को सहला रही थी। मुझे भाभी के ऊपर चढ़कर उनके मुंह में लंड पेलने में बहुत मजा आ रहा था। मेरा लंड अब भाभी के मुंह की गहराई को नाप रहा था।
” ओह्ह्ह भाभी। ऊंह पूरा अंदर जाने दो ना।”
” हूं , हूं।”
मै भाभी के मुंह में मेरा मोटा तगड़ा पूरा लंड डालना चाह रहा था लेकिन भाभी पूरे लंड को मुंह में नहीं जाने दे रही थी। मैं भाभी के मुंह में अच्छे से लंड उतार रहा था। भाभी खुलकर मुंह में लंड ठुकवा रही थी।
” ओह्ह्ह भाभी। आहा ऊंह।”
फिर मैंने बहुत देर तक भाभी के मुंह में लंड पेला। अब मै वापस भाभी की टांगों में आ गया और उनकी टांगे उठाकर कंधो पर रख ली। अब मै भाभी की चूत में फिर से घमासान मचाने लगा।
” आहा आईईईई मम्मी ऊंह ओह्ह्ह्ह आहा।”
” बहुत मस्त चूत हैं भाभी आपकी। आहा।”
” तूने तो चोद चोदकर मेरी चूत की ऐसी तैसी कर दी हैं।”
” वो तो करनी ही थी भाभी।”
मैं भाभी की चूत में लंड ठोके जा रहा था। भाभी आज चुद चुदकर पानी पानी हो गई थी। मेरा लंड फिर भी भाभी की चूत में तगड़ा घमासान मचा रहा था।
” आह्ह आह्ह आह्ह सिससस्स आह्ह उन्ह आह्ह आईईईई आईईईईई।”
तभी ताबड़तोड़ ठुकाई से भाभी की चूत फिर से पानी पानी हो गई। मेरा लण्ड फिर से भाभी के पानी में नहा चूका था। फिर ताबड़तोड़ ठुकाई के बाद मेरा लंड अंतिम चरण में पहुँच गया।
अब मेने भाभी की चूत में।लण्ड ठहराया और फिर भाभी की चूत को मेरे लंड के पानी से पानी पानी कर दिया।
अब मैं थक हारकर भाभी से लिपट गया। फिर हम दोनों बहुत देर तक ऐसे ही पड़े रहे। आज फिर से भाभी को बजाकर मेरे लण्ड की बांछे खिल उठी। भाभी भी उनकी चूत और गांड़ फड़वाकर बहुत खुश नजर आ रही थी।
” थैंक्यू भाभी। आपने मुझे बहुत मजा दिया।”
” मज़ा तो तूने भी मुझे बहुत दिया है रोहित। वर्ना मैं तो चूदाई क्या होती हैं?ये ही भूल गई थी। विशाल तो बस थोड़ी देर चोदकर सो जाता है असली चूदाई का मजा तो मुझे आज आया।”
” अब तो ये मजा रोज दूंगा आपको।”
” दे देना यार । “
” भाभी आप बहुत ही मस्त माल हों । आपको चोदकर मेरा लंड धन्य हो गया ।”
” तुम्हारा लन्ड भी बहुत ही मस्त हथियार हैं ।”
फिर थोड़ी देर बाद मै भाभी के ऊपर से उठा। कमरे में भाभी और मेरे कपड़े बिखरे पड़े थे। अब भाभी उठी और एक एक कपड़े उठाकर पहनने लगी। मैरी नजर फिर से भाभी के मदमस्त जिस्म पर पड़ने लगी। भाभी के जिस्म को देखकर मेरा लंड फिर से फड़फड़ाने लगा। भाभी ब्रा और पैंटी पहनकर पजामा पहन रही थी। तभी मैंने भाभी को मेरी तरफ खीच लिया।
” अब तो कपड़े पहनने दे यार ।”
” पहन लेना भाभी। अब इतनी भी क्या जल्दी हैं?”
तभी मैने भाभी के रसीले होठों को भींच लिया और उनके बॉबो को मसलते हुए भाभी के होठों को चूसने लगा। भाभी फिर से खुद को मेरे हवाले कर चुके थे। मै भाभी के मदमस्त जिस्म को अच्छी तरह से रगड़ रहा था। तभी मैने भाभी को बेड पर पटक दिया और उनके पजामे पेंटी को खोल फेंका।
अब मैने झट से भाभी की चूत में लंड सेट किया और उन्हे झमाझम चोदने लगा।
” आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह सिस्स्स आहा आईईईई मम्मी ओह्ह्ह आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह ।”
मै भाभी को ताबड़तोड़ तरीके से चोद रहा था। भाभी फिर से मेरे लंड के नीचे फंस चुकी थी।
” आईईईई आईईईई ओह्ह्ह साले आहा आईईईई मम्मी ओह्ह्ह आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह सिस्स्स।”
तभी धुआंधार ठुकाई से थोड़ी देर में ही भाभी का पानी निकल आया। मेरा लंड भाभी के पानी में भीग गया। अब जाकर मेरे लंड को चैन आया।
” ओह्ह्ह्ह रोहित बहुत कमीना है तू। मेरा पानी निकालकर ही माना।”
” हां भाभी ।”
अब भाभी मुस्कुराती हुई बेड से उठ गई और उन्होने पेंटी पजामा पहन लिया। अब भाभी कुर्ता पहनकर तैयार हो गई। अब मैंने भी मेरे कपड़े पहन लिए। अब मै भाभी को चोदकर रूम से बाहर आ गया। निकिता भाभी मेरी मुस्कान को देखकर सब समझ गई।
” आज तो दे दी ने पलक ने ।”
” हां भाभी, मजा आ गया आज तो ।”
” अच्छे से मजा लिया ना पलक का? या फिर ऐसे ही ?”
” नहीं भाभी, पूरा मजा लिया है पलक भाभी का। बहुत बढ़िया तरीके से बजाया हैं मैने उनको।”
” चल फिर तो अच्छा है।”
अब मै और अजय दोनो भाभियों को रोज बजाते हैं और दोनों का खूब मजा ले रहे हैं।अब अजय और निकिता भाभी की कहानी बाद में बताऊंगा।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताए
भाभी चाची आंटी दोस्ती करे –…….ajaywriter22@gmail.com