मेरा नाम हैं संजय और मेरी उम्र 23 हैं और मैं दिखने में अच्छा खासा हूँ! थोड़ा भोला था क्युकी दुनिया दारी का ज्ञान कम था और इसी भोलेपन की वजह से ये कहानी बन पायी जवान चाची की चुदाई!
मेरी चाची की शादी को अभी 4 साल ही हुए थे, वो 31 की हाल फ़िलहाल हुई हैं! चाची का नाम चंचल था और वो सच में मन से चंचल थी बहुत ज्यादा! उनके बारे में बहुत कुछ सुना हैं की वो बहुत चालू चाची हैं! मैंने उनके एक दो अफेयर सुने थे और भी बहुत कुछ!
चाचा चाची अलग घर में रहते थे और उनका अभी कोई बच्चा नहीं था! तो हुआ ये की गाओं में किसी बुजुर्ग की मौत हो गयी तो मेरे मम्मी पापा का जाना जरुरी था! जिस दिन ये हुआ चाचा चाची भी हमारे ही घर आ गए थे और यही से गांव सब गांव चले गए! मैं और चाची नहीं गए क्युकी मेरे तो कोचिंग थी और मुझे खाना देने के लिए चाची रुक गयी!
चाची अभी ज्यादा लोगो को गांव में नहीं जानती थी इसीलिए वो नहीं गयी! अब मैं सुबह उठता और कोचिंग जाता और आकर चाची और मैं खाना खाते! फिर घर के काम काज में चाची व्यस्त और मैं अपनी पढाई में लगा रहता था! घर वाले ना जाने कब तक आते तो सब ऐसा चलता रहा!
गर्मियों का समय था तो चाची ब्रा नहीं पहनती थी और जब भी कोई कपड़े पहनती तो मुझे साफ़ उनके निप्पल दीखते! वो दिखने में खूबसूरत थी और लगती शरीर भी बढ़िया बना कर रखा था! तो ऐसे में किसी का भी जी मचल जायेगा और मेरा तो बहुत बार मचला पर भोला था मैं!
एक दिन बाथरूम में चाची कपड़े धो रही थी उन्होंने मुझे आवाज मारी कोई कपड़े है तो देदेना! मेरी एक जीन्स थी जो मैं उन्हें देने गया तो वो पेटीकोट को जांघो तक चढ़ा कर कपड़े धो रही थी! मैंने उन्हें देखा तो उनकी नंगी जाँघे जिसपे बाल बिलकुल नहीं थे गोरी साफ़! मैंने नजर निचे करली तो उन्होंने कहा बस एक ही जीन्स है तुम्हारी मैं हां बोलकर वंहा से निकल गया!
मेरे दिमाग में बार बार वही सीन आ रहा था उनकी मस्त जाँघे गोरी और चिकनी! उसके बाद वो पोछा मार रही थी तो उनके आधे से ज्यादा गोरे दूदू दिख रहे थे! मैं बार बार अपनी नजरे हटाता लेकिन कुछ न कुछ हो ही रहा था!
मेरा उनके बारे में सोचकर मुठ मारने का मन कर गया! वैसे ही उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी ऊपर पारदर्शी सूट पहना था जिसमे उनके बूब्स साफ़ दिख रहे थे मस्त गोल और निप्पल भूरे रंग के! मैं उनकी छाती ताड रहा था और वो मुस्कुराये जा रही थी मैं तब भी नहीं समज पाया था की वो मुझे मौका दे रही हैं!
रात को मैक्सी पहन कर वो सो गयी अगली सुबह उठकर वो सब्जी काट रही थी! घर में वैसे कोई था नहीं और मैं आज छुट्टी पर था तो देर तक सोना था! पर मुझे सुसु आ गयी तो मैं उठकर सुसु करने गया! वंहा मैं चाची को टाँगे खोलकर सब्जी काटते हुए देखा!
उन्होंने कच्छी नहीं पहनी थी और हलके हलके बाल वाली चूत मुझे साफ़ दिखी! उन्हें देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं छिपकर उन्हें देखकर हिलाने लगा! एक जवान खूबसूरत चाची की चूत देखकर कोन ना मुठ मारे! अचानक उन्होंने मुझे देख लिया और कपड़े ठीक करके गुस्सा होकर बैठ गयी! मेरी तो फट गयी की अब क्या होगा यार और मैं सुसु करने भाग गया!
मैं चुपचाप सो गया और जानकर लेट उठा, चाची खाना खा चुकी थी और छत पर थी! मैं फटाफट खाना खाकर वापिस सो गया और दोपहर के खाने में चाची ने मुझे उठाया! उनके चेहरे से लग रहा था वो गुस्से में हैं और हमने कुछ बात नहीं करी! पूरा दिन मैं टेंशन में था की क्या हो गया ये चाची से रात को माफ़ी मांगता हूँ!
रात के खाने के टाइम चाची और मैं साथ में थे! मैंने हिम्मत करके उनसे सॉरी बोला और उन्होंने मुझसे पूछा किस लिए? मैंने कहा वो सुबह के लिए!
उन्होंने कहा तुम क्या कर रहे थे सुबह? मैंने कहा आपको नहीं पता? उन्होंने कहा मैंने सब देखा पर तुम्हारे मुँह से सुन्ना हैं!
उन्होंने मुझे घबराहट में डाल दिया था, मैंने कहा मैं आपको देख रहा था! उन्होंने कहा और मुझे देखकर क्या कर रहे थे?
मैं चुप रहा! उन्होंने गुस्से में पूछा बताओ? मैं चुप रहा! उन्होंने चिल्ला कर पूछा!
मैं भी चिल्ला पड़ा की मैं आपकी योनि आपको देखकर हस्तमैथुन कर रहा था क्युकी आप बहुत खूबसूरत हो और मुझे नहीं रहा गया!
वो चुप हो गयी और धीरे से पूछा क्या तुम्हे मैं अच्छी लगती हूँ? मैंने कहा हां चाची अब मुझे माफ़ करदो! वो जोर से हसने लगी और हस्ती रही हस्ती रही! मैं कुछ समज नहीं पाया मैंने बोला क्या हुआ ? उन्होंने कहा तुम कितने भोले हो! चाची भतीजे की चुदाई का दूसरा भाग पढ़े!