देसी चाची की चुदाई हिंदी कहानी मेरे पड़ोस में रहने वाली एक महिला की है. मैंने उसके घर एक लड़के को अक्सर आते देखा है. वो उससे चुदाई का मजा लेती थी.
दोस्तो, मेरा नाम दक्ष है, मैं हरियाणा का निवासी हूं. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूं. यह देसी चाची की चुदाई हिंदी कहानी मेरे जीवन की सच्ची सेक्स घटना है.
मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली चाची की चूत की सेवा किस तरह से की थी, उसका विवरण मैं यहां लिख रहा हूँ.
मैं एक 28 साल का लड़का हूं. मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच की है.
यह सेक्स कहानी तब की है, जब मैं कॉलेज के फर्स्ट ईयर में था.
हमारे घर के बगल में एक परिवार रहता था, जिसमें एक चाचा, चाची और उनके 2 बच्चे रहते थे.
चाचा बीएसएफ में नौकरी करते थे. चाची घर में रहती थीं. उनका नाम बबली था.
बबली चाची 35 साल की थीं और बहुत ही ज्यादा सेक्सी थीं.
उनके बच्चे सुबह स्कूल चले जाते थे. उसके बाद चाची सारा दिन घर पर अकेली ही रहती थीं.
चाची का गांव में ही एक लड़के से अफेयर चल रहा था, वो उनकी रोज़ चुदाई करता था.
एक दिन मैंने उस लड़के को उनके घर से निकलते हुए देख लिया.
चाची ने भी मुझे उस लड़के को निकलते देख लिया था और वो समझ गई थीं कि मुझको पता चल गया है कि वो लड़का उनके घर क्यों आया था.
मेरा चाची के घर पर खूब आना जाना था.
मैं कभी कभी चाची के घर चला जाता था तो कभी चाची मेरे घर आ जाती थीं.
लेकिन अब तक मेरे में उनको चोदने का कभी ख्याल नहीं आया था. लेकिन जिस दिन उस लड़के को मैंने उनके घर से निकलता देखा, तो मेरे विचार बदल गए थे.
मैं सोचने लगा था कि चाची इससे कैसे चुदती होंगी और क्या उनका दिल ने कभी मेरे लिए नहीं सोचा होगा.
उस दिन ये सब सोच कर मैंने अपना लंड निकाला और चाची की याद में मुठ मारने लगा.
थोड़ी देर बाद मेरे लंड ने पिचकारी मार दी.
अब मैं चाची को चोदने के सपने देखने लगा.
मैं रोज ही उनके घर जाने लगा और उनके पास बैठ कर बातें करने लगा.
उस दिन की घटना का जिक्र मैं जानबूझ कर नहीं करना चाहता था.
बस अब मैं चाची की भावनाओं को भड़काने का काम करने लगा था.
मैं बातचीत के दौरान उनको टच करने का बहाना ढूंढता रहता.
उस समय की-पैड फोन ज्यादा होते थे. मगर मेरे पास एक टचस्क्रीन फोन था. चाची उसमें फोटोज और वीडियोज देख लेती थीं.
एक दिन मेरे मन में एक विचार आया कि मैं फोन में नंगी फोटो और ब्लू फिल्म डाल देता हूं और चाची को फोन पकड़ा दूंगा.
मैंने ऐसा सोचा और फोन में सेक्स सामग्री डालकर उसे रेडी कर लिया.
मैं अपने प्लान के हिसाब से चाची के घर चला गया.
उस समय वो घर पर अकेली थीं. मैं उनके पास जाकर बैठ गया.
चाची घर का काम कर रही थीं.
थोड़ी देर में वो भी फ्री होकर आ गईं.
चाची बोलीं- ला अपना फोन मुझे दे … कुछ फोटो देखूँ.
मुझे पता था कि चाची चुदक्कड़ हैं, लेकिन मैंने उनके साथ अब तक ऐसी कोई हरकत नहीं की थी, जिससे उनको कुछ कहने का मौका मिल सके.
आज पहली बार मैंने फोन में उनको दिखाने के लिए न्यूड चुदाई की फोटोज डाल रखी थी.
इस वजह से मेरी गांड भी फट रही थी कि कहीं चाची गुस्सा ना हो जाएं और मेरे घर पर बता दें.
मैंने हिम्मत करके फोन में गैलरी खोल कर उनको फ़ोन दे दिया.
चाची हमारे घर परिवार की फोटोज देखने लगीं.
जैसे जैसे वो फोटोज आगे देखती जा रही थीं, मेरी धड़कनें बढ़ती जा रही थीं.
तभी मैंने जो फोटोज चुदाई वाली डाली थीं, वो आने लग गईं.
चाची वो फोटोज देखने लगीं.
एक दो फोटो देख कर चाची ने मेरी तरफ देखा और मुझे फोन देती हुई बोलीं- तू ये सब भी देखता है!
मैं बिल्कुल चुप रहा.
चाची बोलीं- ये सब कब से देख रहा है तू!
मैंने कहा- चाची मैं कभी कभी देख लेता हूं … सॉरी मैं इनको डिलीट करना भूल गया.
चाची बोलीं- कोई बात नहीं, तेरी उम्र है.
अब वो मुझसे बात करने लगीं.
उनके चेहरे पर एक अलग सा भाव आने लगा था.
शायद नंगी फोटोज देख कर उनकी चूत की गर्मी बढ़ रही थी.
उसके चेहरे पर वासना की लकीरें साफ़ दिखने लगी थीं.
मैंने पूछा- चाची क्या हुआ?
वो बोलीं- कुछ नहीं बस वो फोटो देखने के बाद कुछ कुछ हो रहा है.
मैंने पूछा- कुछ कुछ क्या हो रहा है?
वो बोलीं- तू नहीं समझेगा.
मैंने कहा- आप बताओगी नहीं, तो कैसे पता चलेगा.
मुझे तो पता चल गया था कि मेरा प्लान काम कर रहा है और चाची सेक्स के लिए गर्म हो रही हैं, लेकिन बोल नहीं पा रही हैं.
कुछ देर बाद चाची बोलीं- तू ये फोटोज देख कर क्या करता है?
मैंने कहा- कुछ नहीं चाची.
चाची बोलीं- मुठ मारता होगा!
मैं चाची की तरफ देखने लगा कि चाची क्या बोल रही हैं, लेकिन बस दिखावे के लिए … क्योंकि अन्दर ही अन्दर मैं खुश हो रहा था कि आज मैं चाची को चोद सकता हूं.
मैंने कहा- चाची कभी कभी कर लेता हूं.
चाची बोली- तेरे लंड की फोटो भी है तेरे फोन में!
मैंने कुछ नहीं कहा.
चाची ने फिर कहा- दिखा न!
मैंने कहा- उसकी फोटो तो नहीं है.
चाची बोलीं कि अन्दर कमरे में जाकर खींच ला और फोन में दिखा.
मैं अन्दर आ गया और अपना लोअर और अंडरवियर नीचे करके अपने लंड की आठ दस फोटो खींच लाया.
इस सबमें मेरा लंड तन कर कड़क हो चुका था.
मैं चाची के पास आया और उनको अपने लंड की फोटोज दिखाने लगा.
मेरा लंड लोअर में पूरा तन रहा था.
मेरे लंड की फोटोज देख कर चाची का चेहरा बिल्कुल लाल हो चुका था.
चाची बिल्कुल चुदासी हो चली थीं.
मैंने हिम्मत करते हुए कहा- चाची, फोटो में क्या देख रही हो … लो सच में ही देख लो.
ये कहते हुए मैंने अपना लोअर और अंडरवियर नीचे कर दिया.
मेरा पूरा तन चुका लंड बाहर निकल कर खुली हवा में झटके मार रहा था.
अब मेरा खड़ा लंड देख चाची के मुँह में पानी आ गया. उनकी आंखों में एक अलग सी चमक दिखाई देने लगी.
उन्होंने आगे बढ़ कर मेरे लंड को पकड़ लिया और आगे पीछे करने लगीं.
मुझे ग्रीन सिग्नल मिल चुका था. मैंने चाची को किस करना शुरू कर दिया.
चाची भी मेरा साथ दे रही थीं. हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे को चूस चूम रहे थे.
कुछ ही देर में चाची बिल्कुल गर्म हो चुकी थीं, उन्होंने मुझे बेड पर चलने को कहा.
मैं लंड लोअर में किया और हम दोनों बेड पर चले गए.
चाची बेड पर लेट गईं और मैं उनके ऊपर चढ़ गया, उनको किस करने लगा.
वो स्मूच बहुत मस्त कर रही थीं.
मैंने एक हाथ चाची के मम्मे पर रख दिया और उसे दबाने लगा.
चाची के मुँह से सिसकारी निकल गई- आंह आह दबा दे … आंह मजा ले ले और दे दे.
मैं उनके मम्मों को कपड़ों के ऊपर से ही मसलने लगा.
तभी चाची ने मुझसे कपड़े उतारने को कहा.
मैंने अपनी टी-शर्ट और लोअर उतार दिया.
उधर चाची भी अपने सूट को उतारने लगीं.
चाची ने सफ़ेद ब्रा पहनी हुई थी, जिसमें उनके बूब्स बहुत मस्त लग रहे थे.
मैंने अपनी बनियान और अंडरवियर भी उतार दिया था.
चाची ने भी अपनी सलवार का नाड़ा खोल दिया.
मैंने उनकी सलवार को उनकी टांगों से निकाल दिया.
अन्दर चाची ने काली पैंटी पहनी हुई थी.
चाची मेरे सामने अब ब्रा और पैंटी में लेटी हुई थीं.
वो कयामत लग रही थीं.
मैंने चाची को ब्रा निकालने को कहा तो उन्होंने उठकर अपनी ब्रा का हुक खोल दिया. उनके 36 के साइज के बूब्स ब्रा की कैद से आजाद हो चुके थे.
उनके बूब्स देख कर मेरे मुँह में पानी आ गया और मैं उनके मम्मों पर एकदम से टूट पड़ा.
मैं चाची के एक दूध को दबाता तो दूसरे को चूसने लगता.
चाची के मुँह से मादक सिसकारियां निकलने लगीं; उनकी सांसें तेज़ होने लगीं.
फिर नीचे हाथ ले जाकर उन्होंने मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे आगे पीछे करने लगीं.
मैं उनकी पूरी बॉडी पर चूमने लगा.
चाची बिल्कुल चुदासी हो उठी थीं. उन्होंने उठ कर मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और उसे किसी लॉलीपॉप की तरह चूसने लगीं.
चाची लंड चूसने में माहिर रंडी थीं.
वो जीभ को लंड के टोपे पर फिरातीं … फिर उसे पूरा अन्दर तक लेकर चूसने लगतीं.
कसम से जन्नत की सैर का मज़ा आ रहा था.
चाची सेक्स में बिल्कुल पागल हो चुकी थीं और जोर जोर से मेरा लंड चूस रही थीं.
मैंने उनको 69 पोजिशन में आने को कहा.
अब मेरा लंड चाची के मुँह के पास और उनकी चूत मेरे मुँह के पास थी.
चाची ने अभी तक पैंटी नहीं उतारी थी. चूत वाली जगह से उनकी पैंटी पूरी गीली हो चुकी थी.
मैंने चाची की पैंटी निकालने के लिए उनको उठने को कहा तो उन्होंने अपने कूल्हे ऊपर उठा कर पैंटी को निकलने का रास्ता दे दिया.
देर ना करते हुए मैंने भी पैंटी को उनकी टांगों से निकाल दिया.
चाची की चूत बिल्कुल ऐसी चिकनी थी, जैसे एक दो दिन पहले ही बाल साफ किए हों.
मैंने अपने होंठ चाची की चूत से लगा दिए, उनकी मादक आह निकल गई.
मैं उनकी चूत पर अपनी जीभ फिराने लगा.
चाची बुरी तरह तड़प उठीं.
मैं चाची की चूत को चाटने लगा.
उनकी चूत पहले ही गीली हो चुकी थी, मेरे चाटने से उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया.
चुत का नमकीन सा पानी बहने लगा और मेरे मुँह में आने लगा.
चाची जोश में आकर जोर जोर से मेरा लंड चूसने लगीं.
उनके मुँह की गर्मी से जल्दी ही मेरे लंड ने भी पानी छोड़ दिया.
चाची ने पूरा पानी निगल लिया.
अब हम सीधे हो गए. चाची चित लेटी हुई थीं. मैं उनके मम्मों के साथ खेलने लगा.
चाची भी अपनी उंगलियां मेरे बालों में फिराने लगीं.
धीरे धीरे चाची फिर से गर्म होने लगीं. मेरा भी लंड फिर से खड़ा होने लगा था.
चाची मेरा लंड सहला रही थीं. मैंने भी अपनी एक उंगली उनकी चूत में डाल दी.
फिर से चाची सीत्कार भरने लगीं.
मैं जोर जोर से उंगली अन्दर बाहर करने लगा.
चाची अपनी कमर उठा कर उंगली से चूत चुदवा रही थीं और आह उहआह की आवाज कर रही थीं.
कुछ पल बाद चाची बोलीं- दक्ष, अब चोद दे मेरी चूत को … मुझे और मत तड़पा.
मैं चाची के ऊपर आ गया.
उन्होंने अपनी टांगें खोल दीं.
मैंने लंड को उनकी चूत पर टिका दिया.
उनकी चूत चिकनी हो चुकी थी … थोड़ा सा धकेलते ही पूरा लंड एक बार में ही उनकी चूत में घुस गया.
मेरे लंड के अन्दर घुसते ही चाची के मुँह से एक मीठी सी आह निकल गई.
मैंने भी लंड को आगे पीछे नहीं किया, तो चाची बिल्कुल मचल उठीं. वो नीचे से कमर उठा उठा कर नीचे से चुत चुदवाने लगीं.
वो बोलीं- धक्का मार न!
मैंने न कर दी.
वो मेरी तरफ हैरानी से देखने लगीं.
मैंने उनको ऊपर आने को कहा, चाची ऊपर आ गईं और लंड को एक ही झटके में अपनी चूत में डाल लिया.
अब चाची जोर जोर से उछल उछल कर चूत में लंड लेने लगीं.
मैं भी नीचे से शॉट मारने लगा.
पूरे कमरे में थप थप की आवाज और चाची की सिसकारियों की आवाजें सुनाई दे रही थीं.
चाची मस्त होकर चूत चुदवा रही थीं और बोल रही थीं- तेरा लंड बहुत ही दमदार है, साले मुझे पहले क्यों नहीं चोद दिया.
मैं कुछ नहीं बोला, बस चाची की चुदाई का मजा लेता रहा.
चाची उछल उछल कर चुद रही थीं.
थोड़ी देर में उनकी स्पीड तेज़ हो गई तो मैं समझ गया कि उनका होने वाला है.
चाची बिल्कुल पागल सी हो उठी थीं.
तभी चाची की चूत ने पानी छोड़ दिया.
वो झड़ने के बाद मेरे ऊपर ही लेट गईं और हांफने लगीं.
मैं अभी भी नीचे से शॉट मार रहा था.
चाची सी सी की आवाज निकाल रही थीं.
मैंने उनको नीचे आने को कहा.
चाची नीचे आ गईं.
मैंने लंड उनकी चूत में डाल दिया और जोर जोर से चोदने लगा.
मेरे हर शॉट पर चाची आह उह कर रही थीं.
इस वक्त मुझे झड़ी हुई चाची की चूत चुदाई में बहुत मस्त मज़ा आ रहा था.
मैं जोर जोर से शॉट मार रहा था, मेरा भी पानी छूटने वाला हो गया था.
मैंने चाची से पूछा- पानी कहां निकालूं!
चाची बोलीं- अन्दर ही निकाल दे.
मैंने धक्के जोर जोर से मारने शुरू कर दिए, चाची ने भी अपनी टांगें पूरी खोल दी थीं.
मैं पूरे जोश में शॉट मार रहा था कि तभी मेरे लंड ने भी पानी की पिचकारी छोड़ दी.
चाची ने अपनी टांगें मेरी कमर पर कस लीं और मेरे लंड से निकले पानी की एक एक बूंद अपनी चूत में ले ली.
मैं निढाल होकर चाची के ऊपर ही लेट गया.
कुछ देर लेटने के बाद चाची बोलीं- तू तो बहुत मस्त चुदाई करता है, अब से अपनी चाची की चुदाई तू ही करेगा.
फिर हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहन लिए और मैं अपने घर आ गया.
इसके बाद से हम जब भी मौका मिलता, चुदाई कर लेते.
दोस्तो, यह थी मेरी देसी चाची की चुदाई हिंदी कहानी. आपको यह सेक्स स्टोरी कैसी लगी, कमेंट्स और मेल करके ज़रूर बताइए.
धन्यवाद.
dakshyadav005@gmail.com