भाभी WhatsApp video call पर इतनी ज्यादा गरम हो गई कि भाभी ने चूत में बेलन ले लिया। वह अपने रसोईघर से बेलन उठा कर लिया और उसको चूस कर उसको अपने थूक से गीला कर कर अपनी गिरी चूत में अंदर-बाहर करने लगी।
मेरा नाम विजय है और यह मेरी देवर भाभी की चुदाई कहानी अंतर्वासना कहानी है मेरी भाभी के साथ फोन सेक्स.
भाभी के साथ मैं काफी टाइम से लोंग टर्म रिलेशनशिप में था क्योंकि मैं दिल्ली में रहता हूं और भाभी लखनऊ में रहती है।
भाभी के साथ में अक्सर फोन पर बातें करता था लेकिन बातें करते-करते कब हम दोनों के बीच में प्यार हो गया पता ही नहीं चला। भाभी मेरी गर्लफ्रेंड की तरह थी और हम दोनों एक दूसरे के साथ गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड की तरह व्यवहार करते हैं।
एक दिन मैंने भाभी से कहा हम इतनी दूर हैं और मैं आपके साथ सेक्स करना चाहता हूं मैं अपनी (भाभी के साथ सेक्स) करना चाहता हूं।
लेकिन भाभी ने कहा – चाहती तो मैं भी हूं लेकिन तुम इतनी दूर हो हम मिल भी नहीं सकते हैं।
अब जब तुम्हें काम से छुट्टी मिलेगी और तुम यहां लखनऊ आओगे भैया से मिलने तो मेरी चूत मार लेना
मैंने कहा – नहीं भाभी कुछ तो करना है मुझे चलो फोन सेक्स करते हैं!!!
भाभी ने कहा – यह फोन सेक्स क्या होता है फोन को चूत में डालते हैं क्या??!!
मैं हंसते हुए बोला – नहीं नहीं भाभी फोन को अंदर नहीं डालना है हम फोन के ऊपर वीडियो कॉल करते हैं और नंगे होकर एक दूसरे को आभास कराते हैं कि हम सेक्स कर रहे हैं!
भाभी बोली – अच्छा तो यह वैसा है जैसे हम स्वयं को संतुष्टि देते हैं लेकिन इसमें प्रेमी और प्रेमिका एक दूसरे के सामने होते हैं वीडियो कॉल पर!!
मैंने कहा – हां भाभी ऐसा ही कुछ और भाभी मेरे साथ यह करने के लिए मान गई
भाभी ने मुझे दिन में वीडियो कॉल करी और मैं भी नंगा होकर बैठा हुआ था
भाभी मुझे नंगा देखकर हंसने लगी और कहने लगी – तुम नंगी क्यों बैठे हुए हो??!!
मैंने कहा – बहुत ज्यादा गर्मी है और आपको देखकर गर्मी और ज्यादा बढ़ चुकी है मैं बस आज आपके साथ फोन सेक्स का पूरा मजा लेना चाहता।
भाभी ने फोन पर धीरे-धीरे अपने ब्लाउज के बटन खोलना चालू कर दिया और धीरे-धीरे उनके बड़े बड़े बूब्स देखना चालू हो गए।
जैसे ही भाभी ने अपने सारे ब्लाउज के बटन खोल दिए उनके बड़े-बड़े बूब्ज़ और गुलाबी निप्पल को देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया और उसे पानी टपकने लगा।
फिर भाभी धीरे-धीरे अपनी साड़ी खोलने लगी और अपनी झांट वाली चूत मुझे दिखाने लगी।
भाभी अपनी चूत में उंगली कर रही थी और कह रही थी देवर जी तुमको मजा आ रहा है ना?!!
मैंने कहा – भाभी मुझे बहुत मजा आ रहा है और मैंने मुठ मारना चालू कर दिया। भाभी अपने बूब्स को जोर जोर से दबा रही थी अपने गुलाबी निप्पल को मसल रही थी और अपनी चूत में दोनों उंगली देकर रगड़ रही थी।
भाभी – आ आ आ ओह आ आ अहह अहह अम्म अम्म अम्म अम्म आ
ऐसा लग रहा था भाभी को बहुत ज्यादा मजा आ रहा है और वह पूरी तरह से गर्म हो चुकी हैं। मैं भी पूरी तरह से गर्म हो रखा था और मैं जितनी जोर से हो सके उतनी दूर से मुट्ठ मार रहा था भाभी को देख देख के।
भाभी ने कहा – अब मुझसे और सब्र नहीं होता है मुझे कुछ तो अंदर लेना है देवर जी मुझे आपका लंड चाहिए
मैंने कहा – भाभी आ आ भाभी कैसे दूं मैं तुम्हें अपना लंड भाभी मैं इतनी दूर बैठा हूं और तुम वहां बैठे हो
भाभी – नहीं देवर जी मुझे तो तुम्हारा लंड चाहिए
और फिर भाभी रसोईघर से बेलन ले आई
भाभी – देवर जी मैं एक बेलन को तुम्हारा लंड समझ कर अपनी चूत में डालने जा रही हूं
(मैंने कहा – भाभी से – मेरा लंड मत समझो इतना मोटा लंड तो मेरा है भी नहीं!!!!)
भाभी ने कहा – कोई बात नहीं तुम्हारा इतना मोटा तो है जितना मोटा इसका पकड़ने वाला सिरा है….
और भाभी ने वह बेलन अपनी चूत में डालना चालू कर दिया। भाभी उस बेलन को अपनी चूत में अंदर बाहर करके बहुत जोर जोर से पकड़ रही थी।
फिर देख कर देख कर भाभी जी ज्यादा गरम हो गई उसने पूरा मोटा बेलन अपनी चूत में आधा का आधा ले लिया।
भाभी – आ !आ !!अहह!!! देवर जी दर्द हो रहा है थोड़ा थोड़ा!!!!
मैंने कहा – इतना मोटा जब अंदर ले लोगे …दर्द तो होगा ही ना….
ये देखकर मैं हैरान था और मेरी कामवासना भी और ज्यादा बढ़ गई बस कुछ ही देर में मेरा झड़ने वाला था और भाभी को भी चरम सुख की प्राप्ति होने वाली थी।
मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि कोई औरत अपनी चूत में इतना मोटा बेलन भी ले सकती है मेरी भाभी कितनी बड़ी रंडी और चुडक्कड़ है!!!
मैं दबा दबा कर जोर जोर से मुट्ठ मार रहा था और भाभी घचाघच अपनी चूत में बेलन ले रही थी।
भाभी अपनी चूत में आधा पूरा मोटा बेलन ले चुकी थी और उसकी चूत से मूत निकलने लग गया था।
भाभी – आ या या या या आ आ आ ऊह औ औ अम आ अहह अहह हाय रे….. आ आ
उनको इतनी खतरनाक तरीके से चरम सुख की प्राप्ति हुई कि उनकी टांगें कांप ने लग गई थी और मेरा भी माल झड़ चुका था मेरे मोबाइल की पूरी की पूरी स्क्रीन गंदी हो चुकी थी।
भाभी बहुत जोर जोर से हफने लगी और मैं भी मुट्ठ मार मार कर थक गया था।
भाभी बोली – बस देवर जी… अब बस देवर जी मुझे इतना मत तड़पाओ.. जल्दी से यहां लखनऊ आ जाओ…. मेरे पास… ताकि हम दोनों देवर भाभी की चुदाई कर सकें…!!!!
मैंने कहा – मां की चूत काम की भाभी कल ही बीमारी का बहाना बनाकर फ्लाइट पकड़कर मैं आ रहा हूं…
भाभी हां देवर जी आ जाओ मेरे पास आ जाओ देवर जी जल्दी से आ जाओ
और मैं बीमारी का बहाना बनाकर अगले ही दिन फ्लाइट पकड़कर पहुंच गया भाभी की चुदाई करने के लिए और उनको अपने लंड से संतुष्टि देने के लिए।