होटल रूम में दोस्त की चुदाई भाग – 3

हेलो दोस्तों फिर से स्वागत हैं आपका मेरी कहानी पर होटल में चुदाई! दोस्तों मेरा नाम पवन है और मैं आपको मेहरु की कहानी का अगला भाग सुनाने जा रहा हूँ!
भाग-1 और भाग-2 के लिए यंहा जाए!

होटल रूम में दोस्त की चुदाई भाग – 1
होटल रूम में दोस्त की चुदाई भाग – 2

दोस्तों जैसा की मेरे और मेहरु के बिच जिस्मानी रिस्ता कही दफा बन चुके थे! मेहरु मेरी बहुत परवाह करती थी और वो चाहती थी अगर मेरी कोई इच्छा है जो वो पूरी कर सके तो मैं उसे बताओ!

अभी इंस्टिट्यूट के आखिरी महीना रह गया था और मुझे डर था कहि वो इंस्टिट्यूट के बाद मिलना बंद न कर दे! हालाँकि उसने वादा किया था की ऐसा कुछ नहीं होगा वो मिलती रहेगी पर मुझे इसका डर फिर भी था!

मेहरु को पता था मेरी एक इच्छा हैं पर वो मैं उससे शेयर नहीं कर रहा और वो थी गांड मारना (anal sex)! तो एक दिन मेहरु के जबरदस्ती पूछने पर मैंने उसे बताया की गांड मरना मेरी इच्छा हैं! पहले मेहरु बिलकुल चुप हो गयी फिर उसने कहा यार तुम्हे पता हैं न बहुत दर्द होता हैं!

मैंने कहा वो तो सब सुनी सुनाई बाते हैं असल में किया हैं क्या कभी? उसने कहा नहीं तो मैंने कहा फिर कैसे बोलै दर्द होता हैं! उसने कहा देखते है यार मैं पूरी कोशिश करूंगी और तू भी कोई तरीका देख जिससे दर्द कम हो! मैंने कहा ठीक हैं और हम घर चले गए!

मैंने थोड़ा ऑनलाइन जाकर पड़ा इसके बारे में और थोड़ा दोस्तों से ज्ञान लिया! जो मुझे पता चला मैंने मेहरु को कॉल करके समझाया! मेहरु ने कॉल उठाया तो मैंने उसे अकेले में जाने को कहा, उसने कहा अकेले में हैं! तो मैंने उसे बताया की दर्द कम करने के लिए उसे डेली तेल लगाकर फिंगरिंग मतलब ऊँगली देनी होगी अंदर! उसने कहा इससे क्या होगा? मैंने बताया की पीछे वाला छेद छोटा होता हैं तो दर्द न हो इसीलिए उसे आदत डालनी होगी!

उसने कहा ठीक हैं वो करलेगी, फिर मैंने कहा धीरे धीरे उसे ऊँगली बढ़ानी होगी ताकि मेरे लिंग जाते वक़्त उसे दर्द न हो! उसने बोला ओके बॉस मैं समज गयी और उसने कुछ दिन तक ऐसा ही किया!

कुछ दिनों बाद बारिश का मौसम हो गया था, मैंने मेहरु को इंस्टिट्यूट में बोला आज सही समय हैं! उसने कहा बारिश हुई तो उसी वाले होटल में जायेंगे कुछ देर हम इंस्टिट्यूट में बैठे रहे और तेज बारिश शुरू हो गयी! मैं मेहरु को देखता खुश होकर वो मुझे देखती मुस्कुराकर!

हम लोग उसी होटल में गए और इंतफ़ाक़ तो देखो हमे वही कमरा मिला जिसने हम पहली दफा गए थे!

उसके बाद हमने अपने कपड़े उतारे और पहले एक दूसरे को अच्छे से चूमने लगे! मेहरु की लिपस्टिक सारी मैंने चूस डाली और मैं उसके बूब्स को धीरे धीरे सहलाने लगा ताकि उसका मूड बन जाए! मैंने उसे लिटा दिया और उसकी चूत अच्छे से चाटी और उसके बाद गांड भी चाटी! मैंने उसकी गांड अच्छे से गीली करदी और फिर मैंने उसकी गांड पर एक दवाई लगाई जिससे चिकना हो जाता हैं!

उसके बाद मैंने उसकी टाँगे उठाई और पहले उसकी चूत में लंड डाला ताकि उसे मजा आये! मैंने उसकी अच्छे से भूर चुदाई करी और थोड़ी देर बाद जब उसे मजे आने लगे तो मैंने उसे उल्टा होने को कहा!

वो थोड़ी घबराई हुई थी उसे पता था की गांड चुदाई का समय आ गया हैं! तो मैंने उसकी कमर पर कीस किया और उसे बोला घबराओ मत! गांड पर दवाई लगाकर उसे चिकना करदिया और मैंने पहले ऊँगली डाली! वो हलकी सी उचकाई डर लग रहा था तो मैंने उसे समझाया ना डरे!

फिर मैंने दो ऊँगली डाली और अंदर बहार करने लगा उसे दर्द हो रहा था पर कम! अब मैंने तीन ऊँगली धीरे दे डाली और वो चिल्ला पड़ी हाय अम्मी मर गयी मैं तो! तो मैंने धीरे धीरे कुछ देर बहार अंदर किया तो उसे अब दर्द नहीं हुआ!

अब मैंने ऊँगली बहार निकाली

और मेहरु की होंठ चूमना शुरू करदिया जिससे उसका डर खत्म हुआ! मैंने उसे चुम्बन में व्यस्त रखा और पीछे से उसकी गांड पर धीरे से लंड रखा! मैंने लंड को अंदर डाला और धीरे धीरे गहराई में लेकर गया! उसे दर्द हुआ वो पीछे हटने लगी पर मैंने उसे फिर चूमना शुरू करदिया!

जैसे जैसे लंड अंदर गया उसने मेरे होंठ उतनी तेजी से चूमना शुरू करदिया, मैं समज गया उसे दर्द हो रहा हैं! आखिर में मैंने जोर से लंड को पूरा अंदर डाल दिया और अब वो चिल्ला पड़ी आयी अम्मी हाआआआ मर गयी पवन प्लीज इसे बहार निकालो प्लीज! मैंने उसका सर पर हाथ फेर और फिर से उसे चूमने लगा करीब 5 मिनट बाद नार्मल हो गयी!

अब मैं लंड को धीरे धीरे अंदर बहार करने लगा और उसे दर्द तो हो रहा था पर उसका दर्द मजे में बदल गया! मैंने उसकी गांड चोदता रहा और उसे चूमता रहा उसका शरीर मुझसे ज्यादा गरम था और उसने कहा पवन अब थोड़ा मजा आ रहा हैं!

मुझे ख़ुशी हुई उसकी ये बात सुनकर तो मैंने उसकी गांड थोड़ी तेजी से छोड़ना शुरू किया वो ओह्ह्ह उउउउउउ आह्हः की आवाजे निकाल रही थी! उसने बोला पवन इसमें मजा आ रहा हैं पर दर्द ज्यादा है जब दर्द कम होगा फिर हम रोज इसे करेंगे!

मैंने उसे हां बोला और चुदाई चालू रखी , छेद टाइट था और माहौल गरम! तो कुछ देर बाद मेरा झड़ गया और सारा माल मैंने गांड में ही निकाल दिया! हाय क्या दिन था वो यादे ताजा हो गयी दोस्तों, तो ये थी मेरी और मेहरु की आखिरी कहानी!

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