मेरी गर्म मामी ke साथ मेरा पहला sex

Xxx मामी सेक्स का मजा मैंने तब लिया जब मैं उनके घर रहने गया. मैं मामी को पसंद करता था, उनके बूब्स बहुत रसीले लगते थे मुझे। मामी के साथ मेरे सेक्स संबंध बन गए … कैसे?

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम प्रदीप सिंह है और मैं पंजाब का रहने वाला हूं।
मेरी उम्र 28 साल है और मेरी हाइट 5.6 फीट है। मेरा शरीर भरा हुआ है।

यह Xxx मामी सेक्स कहानी मेरे और मेरी मामी के बीच की है।

हमेशा से मेरी आदत थी कि मैं महीने दो महीने में सभी रिश्तेदारों के पास फोन लगाकर हाल चाल पूछ लिया करता था।
इसी तरह मेरी बात मेरे मामा और मामी से भी होती थी।

मेरी मामी दिखने में अच्छी है; हाइट 5 फीट के करीब है।
उनकी उम्र 42 साल की है।

पहले मैं जब भी मामा के घर जाता था तो अपनी मामी को ताड़ता रहता था।
मुझे उनके बड़े बूब्स देखकर बहुत उत्तेजना होती थी।
बातों ही बातों में मैं उनसे डबल मीनिंग मजाक भी किया करता था।

मामी से मेरे ये मजाक फोन पर जारी थे।

ऐसे ही एक बार जब मैं दुबई से लौटा था तो अपने मामा के यहां मिलने के लिए चला गया।
उन दिनों में फ्री था तो मामा ने मुझे रोक लिया और बोले कि गाड़ी चलाना सीख लो।

मैं कुछ दिन के लिए उनके घर पर रुक गया।
मामा मुझे रोज अपने साथ गाड़ी सिखाने ले जाते थे।

अब मैं जब उनके घर पर रहने लगा तो राशन आदि का सामान भी मैं ही लेकर आता था।

मामा का घर काफी छोटा था और हम लोग सब एक ही कमरे में सोते थे।
उनके बच्चे भी मेरे साथ काफी खुश रहते थे। उनकी दो बेटी और एक बेटा था।

बेटियां मामा के साथ एक पलंग पर और मैं, मामी और उनका बेटा एक पलंग पर सो जाया करते थे।

एक रात की बात है कि मुझे जोर से पेशाब लगी और मेरी नींद खुल गई।
मैं उठकर बाथरूम में गया।

पेशाब करने के बाद वापस लौटा तो मुझे नींद नहीं आ रही थी।
रात के 1 बजे के आसपास का समय था; मैं बेड पर लेटा हुआ बस करवटें बदल रहा था।

पेशाब करने के बाद मेरे लंड में तनाव सा था।
यह तनाव मामी के बड़े बड़े बूब्स को देखकर बढ़ रहा था जो उनकी मैक्सी में आधे ऊपर दिख रहे थे।
धीरे-धीरे मेरे मन में मामी के लिए वासना भरे ख्याल आने लगे।

मैं मामी के दूसरी तरफ जाकर लेट गया और उनकी बाजू को सहलाने लगा।
मामी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
इससे मेरी हिम्मत बढ़ने लगी।

मैं मामी के पूरे हाथ पर अपना हाथ फिराने लगा।
इसके बाद भी मामी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

अब मेरी हिम्मत थोड़ी और बढ़ी और मैंने मामी के बदन पर हाथ फिराना शुरू कर दिया।
धीरे धीरे मैंने मामी के बूब्स को टच करना शुरू किया।

जब मैं उनकी चूचियों को हल्के हल्के सहला रहा था तो पता चला कि अंदर से चूचियां नंगी थीं; यानि कि मामी ने ब्रा भी नहीं पहनी हुई थी।
मैं धीरे धीरे उनके बूब्स को मसलता रहा और वो नींद में सोती रही।

मैंने देखा कि अब भी मामी नहीं उठ रही थी तो मैंने उनकी मैक्सी के अंदर हाथ डाल दिया और अब अच्छे से बूब्स को पकड़ कर दबाने लगा।

मेरा लंड अब फटने को हो रहा था; मेरे अंदर वासना की आग भड़क चुकी थी।
अब मुझे कुछ भी होने से डर नहीं लग रहा था; बस मैं मामी की चूचियों को जोर से दबाते हुए उनको पीना चाह रहा था।

फिर एकदम से मामी की नींद खुल गई।
उन्होंने मुझे देखा और हैरान हो गई, फिर अपनी मैक्सी को ठीक करते हुए उठी और बाहर चली गई।

मामी ने कुछ नहीं कहा और बाहर जाकर सो गई।
फिर मैं भी डरता हुआ वहीं लेट गया।

मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मामी कल सुबह क्या करेगी।
मैं डर गया था और मुझे नींद भी नहीं आ रही थी।
मुझे लगा कि मामी कल सुबह मामा को सब कुछ बता देगी।

अगली सुबह मैं उठा तो मामी काम में लगी थी, सब नॉर्मल ही लग रहा था।
मामा काम पर चले गए और बच्चे स्कूल के लिए निकल गए।

मामी थोड़े गुस्से में लग रही थी।
फिर सारा काम खत्म करने के बाद मामी ने मुझे अपने पास बुलाया और कल रात के बारे में पूछने लगी- तो क्या कर रहे थे तुम रात को?
मैंने कहा- क…क कुछ नहीं मामी!
मामी- नींद में थे क्या?
मैंने बहाना बनाने के लिए कह दिया- ह हां … शायद नींद में था मैं। क्यों, क्या हुआ?

वो बोलीं- तुम कल मेरे सीने पर हाथ घुमा रहे थे।
मैंने कहा- सॉरी मामी, गलती से हो गया होगा नींद में!
मामी- ऐसी गलती दोबारा मत करना, वरना कुछ और ही हो जाएगा!

ये बोलकर मामी हंसने लगी और चली गई।
मैं उनकी बात का मतलब समझ नहीं पाया।

उसके दो दिन बाद मैं मामा के साथ काम पर गया हुआ था तो रात में आने में देर हो गई।

मामा अभी बाहर ही थे और मैं घर आ गया था।
रात के दस बज चुके थे और बच्चे खाना खाकर आंगन में सो चुके थे।
मैं भी खाना खाकर लेट गया।

मैंने उस वक्त केवल अंडरवियर ही डाला हुआ था।
मैं अंदर वाले कमरे में लेटा हुआ था।

तभी मामी रूम में आ गई।
थोड़ी देर यहां वहां की बातें करने के बाद मामी फिर से पूछने लगी- क्या उस रात तुम सच में नींद में थे?
मैंने कहा- हां, मैं नींद में ही था मामी!
फिर वो बोली- चलो ठीक है, तुम आराम कर लो। लाओ, मैं तुम्हारे सिर में हाथ फिरा देती हूं, अच्छी नींद आएगी।

मामी मेरे सिर में हाथ फिराने लगी।
उनका सीना ठीक मेरे सिर के ऊपर था और उनके बूब्स मेरे सिर से छू रहे थे। मुझे उत्तेजना होने लगी और मेरा लंड अंडरवियर में खड़ा होने लगा।

मुझे नहीं पता चल पा रहा था कि मामी की नजर मेरे लंड पर जा रही है या नहीं … लेकिन मैं अजीब हालात में फंस गया था।
मामी के बूब्स सिर पर लगने से लंड पूरा तन गया था।
शायद मामी मेरे लंड के तनाव को देख रही थी इसलिए कुछ देर बाद उनके हाथ मेरे गालों को छूने लगे।

मैंने कुछ देर कंट्रोल किया लेकिन फिर मामी के हाथ को पकड़ कर चूम लिया।
मामी झेंपते हुए बोली- हट बदमाश … क्या कर रहा है ये! मामी हूं मैं तुम्हारी!
मैंने कहा- हां तो क्या हुआ, मामी को प्यार नहीं कर सकते क्या?

वो बोली- तुम्हारा प्यार अंडरवियर में भी दिख रहा है।
इस पर मेरे लंड में और ज्यादा जोश आ गया और वो झटके देने लगा।

मामी बोली- कैसे शांत करता है इसे?
मैंने कहा- हाथ से!
वो बोली- तेरी गर्लफ्रेंड नहीं है क्या?
मैं- नहीं, अभी तो सब सूखा ही है मामी। बहुत तरसता हूं मैं किसी को प्यार करने के लिए।

तभी मामी एकदम से बोली- जैसे मैं तरस रही हूं, तेरे मामा ने तो प्यार करना बंद कर दिया है।
मैंने मामी की ओर देखा और मामी ने मेरी ओर!
हम दोनों समझ गए कि हमें क्या चाहिए।

मैंने मामी को नीचे करके चूमना शुरू कर दिया और वो भी मुझे होंठों पर चूमने लगी।

देखते ही देखते हम दोनों एक दूसरे के होंठों को खाने लगे।

फिर एकदम से वो अलग होकर बोली- ये सब गलत हो रहा है! हमारा रिश्ता ऐसा नहीं है।
मैंने कहा- कुछ गलत नहीं है मामी; हम दोनों को प्यार की तलाश है।

लेकिन मामी नहीं मानी और उठकर बाहर चली गई।
मेरा लंड मामी की चूत में जाने के लिए अब तड़प उठा था।
मैं बेचैन होकर लेटा रहा।

मुझसे रुका नहीं जा रहा था और मन कर रहा था कि मामी को बाहर ही पकड़ लूं और मैक्सी उठाकर वहीं चोद दूं।

फिर कुछ देर के बाद वो रूम में आई और बोली- बच्चे तो सो रहे हैं।
इतने में ही मैंने उनका हाथ पकड़ कर खींचा और बेड पर गिराते हुए बोला- तो आओ ना मामी … इतना क्यों तरसा रही हो?

मैंने मामी के दूधों को मैक्सी के ऊपर से जोर जोर दबाना शुरू कर दिया और उनको चूमने लगा।
मामी भी मेरा साथ देने लगी।
हम दोनों को मजा आने लगा और दोनों ही गर्म हो गए।

फिर उन्होंने उठकर लाइट बंद कर दी।
अब मैंने जल्दी से उनकी मैक्सी को उतारवा दिया और वो पूरी नंगी हो गई।
नीचे मामी ने कुछ नहीं पहना था।

मैंने उनके नर्म नर्म जिस्म पर हाथ फिराना शुरू कर दिया; फिर उनके बूब्स को पीने लगा।
Xxx मामी के मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं।

कुछ देर चूचियां पीने के बाद मैंने अपने कपड़े भी उतार फेंके और मामी की टांगों को चौड़ी कर लिया।

मैंने उनकी टांगों के बीच में चूत पर मुंह लगा दिया जिसमें से चूत के रस की सौंधी सी खुशबू आ रही थी।

मैं मामी की चूत को चाटने और जीभ अंदर देकर कुरेदने लगा।
मामी पागल सी होने लगी और मेरे सिर को चूत में दबाने लगी।
उनकी चूत से निकल रहा नमकीन रस इतना स्वादिष्ट था कि चाटते हुए मेरे लंड का हाल बेहाल हो गया था, वो रह रहकर पानी छोड़ रहा था।

जब मामी सेक्स वासना से बेचैन हो गयी, उनसे रुका न गया तो बोली- जल्दी कर … डाल दे … तेरे मामा आने से पहले जल्दी कर!
मैंने झट से अपने लंड पर थूक लगाया और मामी की चूत पर लंड को टिका दिया। मैंने लंड का धक्का दिया तो लंड मामी की चूत में प्रेवश कर गया।

मैं उनके ऊपर लेट गया और चूचियों को चूसते हुए उनकी चूत में लंड को और अंदर धकेलने लगा।
धीरे धीरे पूरा लंड मामी की चूत में समा गया और मैंने उनको तेजी से चोदना शुरू कर दिया।
मुझे इतना मजा आ रहा था कि बता नहीं सकता।

मामी भी टांगें और चौड़ी खोलकर लंड का अंदर तक स्वागत कर रही थी।
हम दोनों एक दूसरे से लिपटे हुए थे और जिस्मों को चूम चाट रहे थे।

लंड मामी की चूत में तेजी से अंदर बाहर होने लगा और पट-पट की आवाज से कमरा गूंजने लगा।

मामी अपने सिसकारियों की आवाजों को रोकने की कोशिश कर रही थी लेकिन फिर भी वो हल्की हल्की आह्ह … आह्ह … करने से रुक नहीं पा रही थी।
मैं भी कुत्ते की तरह मामी को चोदने में लगा हुआ था।

मेरा पहली बार था तो मैं ज्यादा देर वीर्य को रोक नहीं पाया।
लगभग तीन-चार मिनट की चुदाई में ही मेरा माल मामी की चूत में निकल गया और मैं उनके ऊपर ही ढेर हो गया।

मैं तेजी से हांफ रहा था और मामी भी सांसों भर गई थी।
हम दोनों कुछ एक दूसरे के जिस्मों से चिपके रहे और फिर अलग हो गए।

मामी उठकर बाथरूम में गई और फिर कपड़े पहन कर आ गई।
मैंने भी जल्दी से बाथरूम में जाकर लंड को साफ किया और वापस बेड पर आकर लेट गया।

फिर मामी ने लाइट जला दी।

उस रात के बाद मेरी Xxx मामी सेक्स का मजा मेरे से लेने लगी।

जब भी मामा नहीं होते और बच्चों का डर नहीं होता तो हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स किया करते थे।
मामी मजे से मेरा लंड भी चूसा करती थी और मैं उनकी चूत चाटा करता था।

जब तक मैं उनके साथ हमने चुदाई के खूब मजे लिये।
हमारा ये रिश्ता अभी भी कायम है लेकिन बहुत टाइम से मुझे मामी की चुदाई का मौका नहीं मिल पाया है।

जैसे ही हमारी अगली मुलाकात होगी, मैं आपको लोगों को जरूर उसके बारे में बताऊंगा।

आपको ये Xxx मामी सेक्स स्टोरी कैसी लगी मुझे जरूर लिखना।
pardeepsinghbharti0852@gmail.com

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