मेरे निकाह मेरी कजिन के साथ भाग 09

सेक्सी- छोटी बीवी जूनी

“एक मिनट !” कहकर  मैं वाशरूम जा कर  फ्रेश हो  कर आया   और पेण्ट  और अंडरवियर निकाल  कर लुंगी पहन ली।  और जीनत के पास गया तो वो सज संवर कर पड़ोस में जाने की तयारी कर रही थी । जीनत आपा  बहुत सुंदर लग रही थी।  उसे देख कर मेरा लंड अकड़ने लगा और मैंने जीनत आपा  को चूमाँ और पुछा आज तो कयामत ढाने का इरादा है मेरी जान का । .. तो वो बोली मेरे सरताज अभी पड़ोस  में ठाकुर साहब के पोता हुआ है उनके यहाँ फंक्शन में जा रही हूँ। मैंने आपा को चूमा और उन्हें गले लगाया और बोलै मुझे जूनी को देखना है। लगता है उसे ज्यादा चोट नहीं लगी है। वो नहीं जा पाएगी। और मुझे उसके लिए रुकना चाहिए । आप लाजो के साथ चली जाओ । मैं  वापिस जूनी के पास लौट आया ।

 फिर  लाजो  आयी और  गरम पानी देकर चली गई  और बोली वो जीनत आपा के साथ जा रही है।फिर मैंने  जूनी के  दाहिने पैर को अपनी जाँघों के बीच में बिस्तर पर टिका दिया। मेरी  दाईं टांग उसकी  टांगों के बीच, घुटनों से मुड़ी हुई बिस्तर पर टिकी थी और मेरी  बाईं टांग बिस्तर से नीचे ओर लटक रही थी। अब मैंने  तौलिए को गीला करके जूनी के  दाहिने घुटने की सेंक करना शुरू किया। ऐसा करने के लिए जब मैं  आगे को झुकता तो  जूनी का दाहिने पांव का तलवा मेरी  जाँघों के बीच मेरी  तरफ खिसक जाता। एक दो बार इस तरह करने से मेरा लंड उसके तलवे को छूने लगा। उसके छूते ही जहाँ मेरे शरीर में एक डंक सा लगा मैंने देखा कि जूनी के शरीर से एक गहरी सांस छूटी और मैंने  एक क्षण के लिए  घुटने की मालिश रोक दी। फिर मैंने  अपने कूल्हों को हिला-डुला कर अपने आप को थोड़ा आगे कर लिया। अब जब मैंने  आगे झुकता उसका तलवा मेरे लंड  पर अच्छी तरह ऐसे लग रहा था मानो ड्राईवर ब्रेक पेडल दबा रहा हो। उसके तलवे पर   लुंगी में छुपे मेरे  लिंग का उभार महसूस हो रहा था।

“एक मिनट   !” कहकर  मैंने   अपना हाथ  से  अपने लिंग को व्यवस्थित किया .  फिर मैं  पहले की तरह आगे खिसक कर बैठ गया और जूनी के  तलवे का संपर्क दोबारा अपने अर्ध-उत्तेजित लिंग से करा दिया।  

 जूनि  चुप रहीं, फिर उसने  उठने की कोशिश की, लेकिन नहीं कर सकीं, उसे  कमर के पीछे दर्द महसूस हुआ। उसने दर्द के साथ कहा, “ओह्ह … भाई जान  , मुझे अपने शरीर के पिछले हिस्से में तेज दर्द महसूस हो रहा है।”

मैंने चिंताजनक लहजे में कहा, “जूनि  रुको, और उठने की कोशिश मत करो, मुझे कुछ प्राथमिक चिकित्सा-उपचार करने दो।”

यह कहकर मैं भाग कर आइस ,दर्द निवारक मरहम की एक ट्यूब और एक एंटीसेप्टिक ट्यूब के साथ लौटा। जूनी दर्द में थी। लेकिन वह मुझे सराहना और आभारी आँखों में देख रही थी।

मैंने कहा, “अब,  जूनी आप पेट के बल पट्ट लेट जाओ ताकि मैं  आपकी पीठ  को जांच कर वहां मलहम  लगा सकूँ जिससे आपको स्थायी रूप आराम मिल जाएगा । ”  

मैंने उसकी टी शर्ट  को निकलने को कहा  वह बहुत घबरायी हुई थी, और संकोच महसूस कर रही थी । फिर उसने  एक चादर ओढ़ ली  और उसके अंदर अपनी टी शर्ट निकाल दी और उसने नीचे ब्रा नहीं पहनी हुई थी। 

मैंने जूनी  चेहरे का अध्ययन किया और उसकी भावना को पढ़ा, और गंभीर स्वर में कहा, “जूनी  डरने, शर्म करने और संकोच करने की कोई आवश्यकता नहीं है मैं आपका शौहर हूँ और शौहर और बीबी में संकोच का कोई काम नहीं है ।  मैं जो करने जा रहा हूं वह एक प्राथमिक उपचार है और  इन परिस्तितियों में दर्द से तत्काल राहत के लिए  जरूरी  है।

मेरी शांत आवाज़ सुनने के बाद, जूनि  पलटी और  पेट के बल लेट गई, अपनी   पीठ मेरे सामने नग्न थी ।

“ओह्ह … माई गॉड,  शानदार  ,” मैंने सोचा, मैं अपनी ही आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था जूनि  का  सफेद शरीर अद्भुत था ।  उसकी बल कहती हुई उसकी  पतली कमर को देख मेरा लंड उग्र होने लगा  इस नज़ारे ने मुझ पर जादू किया , स्कर्ट के नीचे उसके नितम्ब गोल और उठे हुए  थे। मैंने उनके ऊपरी  शरीर का बारीकी से अवलोकन किया।  कही कोई चोट नजर  नहीं आयी ।

मैंने बोला  जूनी   मुझे जांच करने दो आपको चोट कितनी और कहाँ लगी है और फिर मैंने धीरे धीरे जूनी  के कंधो से लेकर  दबाब दे कर धीरे धीरे नीचे सरका कर पता लगाया  अंदरूनी चोट ज्यादा गहरी नहीं थी और बोला जूनी  खुशकिस्मती से आपकी चोट गहरी नहीं है. और पीठ में दर्द  गिरने की वजह से है  l

उसके बाद मैंने 10 मिनट तक आइस पैक को उसकी चिकनी पीठ पर धीरे से लगाया । फिर इस क्षेत्र को सुखा दिया। उसके बाद मैंने जूनी  की पीठ पर औषधीय तेल मिला दर्द निवारक मरहम लगाया।

फिर मैंने पुछा अब कैसा लग रहा है तो भाभी बोली पहले से दर्द कुछ कम हुआ है पर अभी दर्द है l

मैंने उसकी रीढ़ की हड्डी और उसके किनारों पर मालिश करना शुरू कर दिया, मैंने अपनी उँगलियों से उसके उभरे हुए स्तनों के किनारे से मसलते हुए मालिश की जिससे मेरी हथेलियाँ उसकी रीढ़ के दोनों ओर दबाव डालते हुए तनाव को कम कर रही थी ।

मैं धीरे-धीरे उसकी पीठ की मालिश कर रहा था और फिर जैसे-जैसे समय बीतता गया मेरे हाथ ऊपर जाने लगे, और उसकी पीठ उसके कंधों पर। उसके स्तनों के बड़े और सुडोल होने में कोई संदेह नहीं था, और मुझे उसके नग्न स्तन दिख रहे थे। मुझे अपने कठोर हो चुके लण्ड को काबू में रखने के लिए कठिनाई हो रही थी क्योंकि मैंने सिर्फ लुंगी पहनी हुई थी और इसलिए इसे छुपाना और भी मुश्किल था क्योंकि जब मैं उसे मसाज दे रहा था मेरा लंड उसके बदन को छू रहा था l

मुझे लगा, वो भी मालिश का मज़ा ले रही थी। और जब मेरा लंड उसे बदन को छूता  था तो उसकी एक आह निकलती थी जो मुझे और आगे जाने के लिए उत्साहित करती थी. हर बार जब मैंने उसके बाजू , कंधे और स्तन की मालिश की, तो वह झूम उठी  थी ।

मेरी  उँगलियाँ घुटने के पीछे वाले मुलायम हिस्से और घुटने से थोड़ा ऊपर और नीचे चलने लगी थीं। जूनी की मोच और घुटने का दर्द काफूर होता लगने लगा था। जूनी को लगा उसे  सुसू आ रहा है और मैंने उसको रोकने के यत्न में अपनी जांघें जकड़ लीं।”

मैंने  जूनी  को अपने शरीर को पलटने पीठ के बल चित लेटने का का निर्देश दिया और वो एक आज्ञाकारी रोगी की तरह, उसने अपने शरीर को घुमाया पलटा और पीठ के बल चित लेट गयी। मैंने उसकी स्कर्ट ऊपर की  और  “ओह माय गॉड!” मैंने कहा  , “मुझे लगता है जब जूनी तुम  गिरी  तो आपके शरीर के कुछ हिस्सों में हलकी खरोंच लग गयी है . जहाँ खरोच के निशान है मुझे वहां मुझे वहां एंटी-सेप्टिक मरहम लगाना होगा।”

कमर  के नीचे उसके दाहिने जांघ   क्षेत्र में एक खरोंच थी। मैंने वहां मरहम लगाया।

फिर मेरा  दूसरा हाथ  उसकी दूसरी टांग पर भी चलने लगा है।  जूनी का शरीर में कंपकंपी सी होने लगी। मैंने   थोड़ा और आगे  हुआ  जिससे जूनी के  तलवे का मेरे  लिंग पर दबाव और बढ़ गया था। मेरा लंड  पहले से बड़ा हो गया  और उसका रुख जूनी के  तलवे की तरफ हो गया था। जूनी  के  तलवे के कोमल हिस्से पर लंड  बेशर्मी से लग रहा था।

मैं थोड़ा  आगे की ओर खिसका  और अपने दोनों हाथ उसके  घुटनों के ऊपर… निचली जाँघों तक चलाने लगा।  जूनी ले  तन-बदन में चिंगारियाँ फूटने लगीं। मेरी उंगलिया  अब जूनी की अंदरूनी जाँघों तक जाने लगी थीं।   बहुत मज़ा आ रहा था। जूनी का दर्द मालिश और मलहम के कारण   काफूर हो गया था।

मैंने पुछा अब कैसा है घुटना तो वो बोली अब बहुत बेहतर है।

वो बोली भाईजान  आपने बताया नहीं ?

मैंने पुछा  क्या ?

वही  सेक्सी क्या होता हैं??

मैंने कहा तुझे जीनत आपी  ने  बताया  नहीं कुछ ?

जूनी बोली  हाँ  आप और आपी जो रात को करते हैं उसके बारे में कुछ बताया था ।

मैं हसते  हुए बोला  जो  कुछ बताया था आपी ने  वो तुझे समझ आया ? 

जूनी  बोली हां !

अच्छा बता क्या बताया  था  आपी ने ?

जूनी बोली आपी ने बताया था की निकाह के बाद रात को शौहर और उसकी बीबी का जिस्मी मिलन होता है।

 और ?

फिर शौहर और उसकी बीबी एक दूसरे को प्यार करते हैं। शौहर और उसकी बीबी के ओठों को चूमता है। उसके ब्लाउज खोल उसकी ब्रा को उतार कर उसकी चूचियों का चुम्मन लेता है और उन्हें दबाता है। धीरे-धीरे शौहर   बीवी के सारे शरीर पर हाथ फेरने लगता है, वह अपना हाथ उसकी जाँघों पर ले जाता है और फिर उसकी दोनों जाँघों के बीच की जगह को अपनी ऊँगली डाल कर उसका स्पर्श करता है। उसे पूरी तरह से नंगी कर देता है और फिर खुद भी नंगा हो जाता है। दोनों काफी देर तक एक दूसरे के अंगों को छूते हैं, उन्हें सहलाते हैं और अंत में शौहर अपनी बेगम की योनि में अपना लिंग डालता है तो बीवी की योनि की झिल्ली फट जाती है और उसे दर्द होता है, योनि से कुछ खून भी निकलता है।  बीबी को दर्द होता है इसलिए वो थोड़ा बहुत चिल्लाती है थोड़ी-बहुत देर में बीवी को भी पति का लिंग डालना अच्छा लगता है और वह भी अपने कूल्हे मटका-मटका कर शौहर का साथ देती है। इस क्रिया को सम्भोग-क्रिया या मैथुन क्रिया कहते हैं।’

‘ जूनी एक सांस  में  सब बोल गयी और अब उसकी आँखे बंद थी और चेहरे पर शर्म थी ।

मैंने फिर  उसके गालो पे किस  कर दी .    उसे अपने बाहो मे थामे रखा.  और कहा कि वो बहुत  भोली प्यारी ,  सुंदर और सेक्सी हैं.  ??

जूनी बोली भाई जान बताओ न “सेक्सी” का मतलब ?

मैंने  कहा आपी ने जिस  क्रिया को सम्भोग-क्रिया या मैथुन क्रिया बताया है उसे ही सेक्स भी  कहते हैं। और   सेक्सी  शब्द का यौनिक अभिव्यक्ति के लिए  उपयोग किया जाता   है।  जब किसी लड़का या लड़की की सुंदरता तथा बनावट को देखकर आप आकर्षित होते है या सेक्स  करने का मन चाहने लगता है। 

मेरी बात सुन   वो शर्माने लगी  और अपने हाथो में अपना मुँह छुपा लिया ।

तो मैंने कहा अगर छुपना है तो मेरे सीने में अपना चेहरा छुपा लो  मुझे भी अच्छा लगेगा  वो झट से मेरे से लिप्त गयी और अपना चेहरा उसने मेरे सीने में छुपा लिया।

 मैने उसे बड़े प्यार से अपनी बाहों मे उठाया और इस तरह बैठाया अपनी गोद मे कि उसकी नाज़ुक गान्ड मेरे लेग्स पे आ जाए. मैं सब्र से काम लेना चाहता था सो अपने लंड से दूर ही रखा उसे. अब उसकी गान्ड मेरे पैर पे, हाथ मेरे हाथ मे और नज़र मेरे चेहरे पे और कुछ इंचस का डिस्टेन्स मेरे और उसके होंठो मे।

जूनी बोली भाई जान आपी कहाँ गयी ?

मैंने कहा  पड़ोस के ठाकुर साहब के यहाँ बच्चा हुआ  है। बधाई देने गयी  है ।

 मैने उससे कहा कि,”  जूनी तुम  जानती हो  क्या कि बच्चे कैसे होते हैं?”  हर बच्चे की तरह उसे भी बकवास बाते बताई गयी थी। मैने उससे कहा की सब झूठ हैं। तो बोली,”फिर कैसे?”. मैने उससे कहा कि मैं बताउन्गा उससे मगर तुम्हे मेरी फीस देनी पड़ेगी ।

तो बोली कितनी पर मेरे पास तो कुछ भी नहीं है।मैं तो कुछ भी पैसे साथ लेकर नही आयी ? आपो बताओ  भाई  कितनी   मैं आपी  से लेकर दे दूँगी।

मैने उस पे ज़ोर दिया कि पहले जो मांगूगा वो देगी  हाँ बोल. फिर  वो मानी।

मैने उसे अब धीरे धीरे अपनी बाहो मे उठाना स्टार्ट किया और अपने लंड की तरफ उसे खीचा।

फाइनली उसकी नरम  गान्ड मेरे लंड पे आ टिकी. मैने उसे उठाया  सिर्फ लुंगी पहनने की  वजह से मेरा लंड उसकी गान्ड पे सॉफ महसूस हो रहा था   जब मैने उससे अपनी बाहो मे उठाने की कोशिश की और  फिर खेल खेल मे उसे पकड़ने लगा और जितना उसका जिस्म हो सके अपने जिस्म से दबाने लगा। अब मैने उसके हाथो को उसके सिर के उपर कर दिया और अपने हाथो से उसे दबा दिया और मिशनरी पोज़िशन मे आ गया।वो पैर झटक रही थी। मैने उसकी आखो मे देखा. बोली “भाईजान , छोड़ो मुझे!”. आपने ये तो बताया नहीं बच्चे  कैसे होते हैं ?

मैंने कहा ऐसे ही होते हैं  जो मैं और तुम्हारी  आपी करते हैं  उसी से बच्चे  होते हैं ।

कुछ देर सोच कर  जूनी बोली भाई जान  क्या     रुखसाना आपी और सलमा आपी  भी रिजवान भाई के साथ यही सेक्स करती है  और  बच्चे  होने में कितना समय लगता है ?

मैंने कहा लगभग  नौ महीने ।

और ये कब पता चलता है की बच्चा होने वाला है ?

जब लड़की का पेट फूलने लगता है। 

लेकिन रुखसाना आपी के निकाह को तो साल से ऊपर हो गया  उसके कोई बच्चा क्यों नहीं हुआ ?

अब मेरा मुँह बंद हो गया। 

रुखसाना आपी की बात  अपनी रुखसाना आपी से पूछना।  अभी   मैंने तुम्हे इतना कुछ बताया  है चलो उसकी फीस दो !

वो बोली मतलब?? तब मैने  उसकी आखो मे देखते हुए उसके लिप्स पे किस किया। सॉल्टी टेस्ट आया। वो शरम से तड़पने लगी पर मैने उसे दबा रखा था। मैने उसे उसका प्रॉमिस याद दिलाया । उससे कहा,” कि बच्चे जिस तरह नंगे होते हैं उसी तरह उन्हे पैदा करने वाले भी नंगे ही होने चाहिए।.” और फिर सीधा बता दिया कि जब लंड चूत मे जाता हैं तो बच्चा होता हैं। तो उसे कुछ समझ नही आया। मैने कहा जानना चाहती हैं । वो हाँ बोली । मैने उसे खड़ा किया और उसे नंगा करने लगा। और उसकी चड्डी निकालने के बाद तो मानो मेरी साँसे ही रुक गयी । दुनिया की सबसे कीमती,सुंदर चीज़   मेरे सामने थी। उसकी पिंक,बॉल्ड, स्मूद चूत।   मन  तो किया कि अभी उसी वक़्त उसे चोद डालु । एक भी बाल नही था। बिल्कुल कुवारि चूत । और जिस बात की खुशी मुझे हुई वो ये कि वो गीली थी।  मतलब जो भी जिस्म से मैं खेल रहा था वो रेस्पॉंड कर रही थी   !!.

कहानी जारी रहेगी

Aamir..

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