लेखक – सीमा सिंह
आगे की कहानी
फिर उसने मुझे लिटा दिया और मेरा अंडरवियर उतार दिया, अब उसके सामने मैं अपने लंड को हिलाने लगा, मैंने उसे लंड चूसने को बोला तो अनन्या बिना झिझके मेरे लंड को चूसने लगी।
मुझे अब भी कही से ऐसा लग नही रहा था, कि ये कुंवारी है, इसे तो मेरे बड़े और मोटे लंड से कोई परेशानी नही थी, और मजे से उसे चूसे जा रही थी।
लंड चुसाई के बाद मैंने उसे लिटा दिया और उसके ऊपर आ गया, Sex Kahaniya मैंने अपना लंड अनन्या की चूत पर रखा और एक धक्का लगा दिया।
मेरे लंड का सुपारा उसकी चूत में जा चुका था, उसने छुटने की कोशिश की लेकिन मैने उसके दोनों हाथों को पकड़ लिया था।
और उसे चूमने लगा था, कुछ देर बाद मैने अपने लंड को बाहर निकाल दूसरा धक्का मर दिया, मेरा लंड उसकी चूत में आधा जा चुका था।
वो जोर से चिल्लाना चाहती थी, पर मेरे मुंह उसके मुंह पर था तो बस गुन गुन की आवाज निकली, मैं रुक गया और उसे किस किए जा रहा था।
जब वो कुछ शांत हुई तो मैंने अपने लंड वही से अंदर बाहर करके चोदने लगा, कुछ देर में चुदाई करते करते में लंड को धीरे धीरे अंदर करने लगा।
और 15 मिनिट में ही मेरा पूरा लंड अनन्या की चूत में पूरा जा चुका था, इसके बाद पांच मिनिट और उसकी चुदाई की और रुक गया।
अनन्या के नीचे की चादर पर खून लगा हुआ था, मैंने एक टावेल से उसकी चूत को साफ किया, और उस खून की जगह उस टावेल को रख दिया।
मैने अपना कंडम निकाल दिया और नया कंडम चढ़ा दिया, क्योंकि पहले कॉन्डम पर खून लगा हुआ था, फिर मैने उसे पेट के बल लिटा दिया।
और उसके नीचे तकिया लगा दिया जिससे अनन्या की चूत, चुदाई की अच्छी पोजिशन में आ चुकी थी, और में फिर से उसकी चुदाई करने लगा।
इसके बाद में बेड पर बैठ गया, उसे अपने गोद में बिठा लिया, और उसके दोनों चूतड़ों को अपने दोनों हाथों से पकड़कर उसे ऊपर नीचे करने लगा।
और उसकी चुदाई करने लगा, और साथ ही हम एक दूसरे को किस किए जा रहे थे, कुछ देर बाद मैने अपने हाथ उसके चूतड़ों से हटा दिए।
अब अनन्या खुद ही अपने कमर हिला हिला कर चूद रही थी, जब वो थक गई तो वो रुक गई, मैंने उसे बेड के किनारे पर लिटा दिया।
और मैं नीचे खड़े होकर उसकी टांगें पकड़कर उसे चोदने लगा, उस पोजिशन में चोदते चोदते में झड़ गया, उसके बाद में उसके साथ में लेटा रहा।
मुझे इसके बदन से भी अनिका के जैसी खुशबू आ रही थी, हम दोनों साथ में लेते रहे, बीस मिनिट बाद अनन्या बाथरूम में चली गई थी।
उसके बाद में बाथरूम में गया, बाथरूम से आने के बाद मैंने अनन्या को बेड के किनारे पर बिठाया और उसे किस करने लगा।
कुछ देर बाद अपने लंड पर कॉन्डम लगाया और उसकी चूत में डालने लगा तो अनन्या ने मुझे रोक दिया, और मुझे थोड़ा सा पीछे हटाया।
और बेड से उतर कर पलट गई और अपने मुंह से अपनी उंगलियों पर थूक लगाया, और कमर तक झुक गई, और अपनी उंगलियों के थूक को अपने गांड़ के छेद पर लगा दिया।
और अनन्या मुझे बोली इस में डालो, मैं समझ गया कि अनन्या को गांड़ मरवानी है, तो में अनन्या की गांड़ के छेद में उंगली से ऑयल लगाने लगा।
उसके बाद में अनन्या की गांड़ मरने लगा, इस बार अनन्या को चूत से भी ज्यादा मजा आ रहा था, अब में समझ गया था।
कि अनन्या बहुत बार गांड़ मरवा चुकी है, इसलिए उसने बड़ी आसानी से गांड़ में लंड झेल लिया, में बड़े मजे से उसकी चुदाई किए जा रहा था।
कुछ देर बाद अनन्या मुझे सोफे के पास ले गई, और मुझे उसने सोफे पर बिठा दिया और खुद ऊपर आकर गांड़ मरवाने लगी।
मैं उसके बूब्स को दवाएं जा रहा था और साथ ही अनन्या के निपल्स को चूसे जा रहा था, मुझे उसके साथ चुदाई में मजा आ रहा था, थोड़ी देर बाद में रुक गया।
फिर मैने उसे दीवार से चिपका दिया, और उसके पीछे आकर उसकी गांड़ की चुदाई करने लगा, इस बार में बहुत तेज तेज धक्के मर रहा था।
उसके मुंह से तेज तेज चीखे निकल रही थी, पर वो मुझे रोकने की कोशिश नही कर रही थी, शायद उसे भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा था।
धुआं धार चुदाई के बाद में झड़ गया, उसके बाद हम दोनों साथ में सो गए, सुबह जब मेरी आंख खुली तो 6 बज रहे थे।
अनन्या सो रही थी, उसकी पीठ मेरी ओर थी, में उसके पीठ को चूमने लगा, और कुछ ही देर में उसकी आंख खुल गई थी।
उसने अपनी गर्दन गुमाई और हम दोनों के होठ मिल गए और हम किस करने लगे, मैंने उसकी चूत में उंगली की तो अनन्या ने कहा गांड़ ही मारो मेरी।
तो मेंने उसकी गांड़ में ऑयल लगाया और उसी करवट के बल लेट कर उसकी गांड़ को मारने लगा, और अनन्या फुल एंजॉय कर रही थी।
उसके बाद मैने उसे घोड़ी बना दिया और उसकी गांड़ को मारने लगा, इस तरह मैंने दो और पोजिशन में अनन्या की गांड़ को मारा और झड़ गया ।
7:30 पर अनन्या ने अपने कपड़े पहने और हम दोनों ने एक दूसरे को अपना फोन नम्बर दिया और एक दूसरे को गुड बाय किस किया ।
और वो होटल रूम से चली गई, उसके बाद में भी अपने फ्लैट पर 9 बजे आ गया, उसके दो दिन बाद हमने युनिवर्सिटी(यूनिवर्सिटी को कॉलेज बोलूंगी) का इंट्रीरी फार्म भरा।
बाकी के दिनों कुछ नही हुआ और 13 जुलाई की शाम को मेरे फोन पर अनन्या का कॉल आया, और वो मुझसे मिलना चाहती थी तो मैं उसे मिलने निकल गया।
मैं उसे मिला तो अनन्या बोली कही चलो में उसे होटल में ले गया, रूम में जाते ही वो मेरे कपड़े उतारने लगी मैंने भी उसका साथ दिया।
और हम जल्दी से नंगे हो गए, मैं बेड की किनारे पर बैठ गया और अनन्या मेरी गोद में बैठ कर अपनी कमर हिला हिला कर चुदाई कर रही थी।
मैं समझ गया कि ये बहुत दुखी है, इस तरह अपना दुख निकाल रही है, मैंने भी उसे नही रोका और उसका साथ देने लगा।
जैसा जैसा अनन्या कहती गई में वही करता रहा, और उसका दुख कम होने का इंतजार करने लगा, ये चुदाई काफी ज्यादा लंबी चली।
क्योंकि ज्यादा पोजिशन में वो मेरे ऊपर ही रहकर चुदाई करती रही, पर वो अभी भी शांत नहीं हुई थी, तो मैं बाथरूम में गया और बाथटब भरकर बाहर आ गया।
मैने अनन्या को अपनी गोद में उठा लिया और उसे बाथरूम में ले आया और उसके साथ चिपक कर बाथटब में बैठ गया, 10 मिनिट बाद उसे पूछा क्या हो गया है।
वो मुझे चिपक कर रोने लगी, 15 मिनिट तक वो रोती रही, जब वो चुप हुई तो उसने बताया कि उसके ब्वॉयफ्रेंड से उसका ब्रेकप हो गया है।
तो में बोला तुम इस बात से नाराज हो, वो बोली नही, ये मेरा तीसरा ब्वॉयफ्रेंड था, जिस के साथ मेरा ब्रेकप हुआ है, तुमें मैं एक बात बताती हूं।
मुझे लडकियों के साथ सेक्स करने में मजा आता है, और वो भी ज्यादातर गांड़ में चुदाई करने में, मेरी एक दोस्त है जिसके साथ में ये सब करती हुं।
पर उसके साथ भी मैंने कभी अपनी चूत में नही लिया, मैं क्या करू मुझे लड़को के साथ बिल्कुल मजा नही आता है, फिर अनन्या मुझसे बोली तुम पहले लड़के हो जिसके साथ मुझे अच्छा लगता है।
मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करने में मजा आता है, उसने मुझे एक प्रॉमिस लिया कि क्या तुम मुझसे बस चुदाई का रिश्ता रख सकते हो बस शारीरिक संबंध बस।
मैने अनन्या से हां कहा दिया, मुझे मंजूर है, में अनन्या से बोला मैंने कइयों से साथ चुदाई की है, तुम दूसरी हो जिसके साथ मुझे ये सब पसंद है।
नहाने के बाद हम दोनों ने खाना खाया और हम बाते करने लगे, फिर हम दोनों ने अपने अपने कपड़े उतार दिए, मैं अनन्या से बोला में बिना कॉन्डम के गांड़ मर लू क्या ?
उसने मेरे गाल पर किस करते हुए हां बोल दिया, अब मैने उसे सोफे पर घोड़ी बना दिया और उसकी गांड़ में और अपने लंड पर ऑयल लगा लिया ।
और अनन्या की गांड़ को जोर जोर से मारने लगा वो चिला रही थी, अनन्या बोली बहुत मजा आ रहा है, मुझे नहीं पता था कि बिना कॉन्डम के साथ इतना मजा आता है।
मैं काफी देर तक उसे चोदता रहा, फिर मै सोफे पर लेट गया और अपने पैर नीचे कर रखे थे, और अनन्या को अपने ऊपर पीठ के बल लिटा लिया।
और लंड अनन्या की गांड़ में डाल दिया और उसे चोदने लगा, उसके बाद मै उसी अवस्था में रहा और अनन्या को अपने ऊपर बैठा लिया और अनन्या खुद चुदाई करने लगी।
इसी तरह हमारी चुदाई चलती रही, उस रात में मैंने अनन्या की दो बार जम कर गांड़ को मारा, और सुबह में अपने फ्लैट पर आ गया।
जब में फ्लैट पर आया तो अदिति बोली जनाब की सवारी कहा से आ रही है, कल कहा चले गए थे, तो आकाश बोला मुझे लगता है भाई को कोई मिल गई है।
और जिसके साथ समय बिता रहा है, तभी तो कल उसका फोन आते ही जल्दी से चला गया, अदिति बोली मुझे तो लगता है कि रोहित को कुछ हो गया है।
हमे उसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए, नही तो हमारा दोस्त हमारे हाथ से निकल जाएगा, हम उसके लिए पर आए हो जाएंगे।
यहां बोल कर अदिति और आकाश जोर जोर से हंसने लगे, तो मैंने उने अनन्या के बारे में बता दिया, कि कैसे पब में मेरी मुलाकात अनन्या से हुई थी।
और उस रात को मैंने किस तरह से उस की चुदाई की थी, और कल रात की चुदाई भी उने बता दी, पर ये नही बताया कि अनन्या कल बहुत टेंशन में थी।
फिर मैंने उने अनन्या का फोटो दिखाया, उसे देखकर अदिति बोली ये तो अभी 18 साल की होगी, मैंने बोला 18 साल की है, और हमारे कॉलेज में b b a के पहले साल में है।
अदिति बोली तुम उसे पसंद करते हो, तो मैं अदिति से बोला कि अनन्या ये दूसरी फीमेल है, जिस के साथ रहना मुझे अच्छा लगता है।
आकाश अस्चर से बोला कि रोहित दूसरी फीमेल मतलब, तो मैंने आकाश और अदिति को बताया कि मुझे अनिका और अनन्या के साथ रहना पसंद है।
अदिति मुझे चिड़ाती हुई बोली रोहित तुम्हारी पसंद भी बहुत अजीब सी है, एक और तो तुमको 18 साल की लड़की पसंद है, दूसरी ओर उसकी मां की उमर की औरत पसंद है।
आकाश ने अदिति को चुपकर के बोला उसे उसकी बात तो पूरी करने दो, फिर आकाश ने मुझे अपनी बात पूरी करने को कहा।
तो मैं बोला पता नही वो दोनों मुझे बहुत अच्छी लगती है, मुझे उनके बदन की खुशबू बहुत पसंद है, मुझे उसके साथ चुदाई करना पसंद है।
और मुझे भी लगता है कि उने मेरे साथ चुदाई करना और मेरा साथ रहना पसंद है, फिर अदिति बोली कि कॉलेज में तुम्हारी एक गर्लफ्रेंड बन गई।
तो मैं अदिति और आकाश से बोला कि अनन्या ये सब नहीं चाहती है, तो ये सुन कर अदिति और आकाश एक दूसरे को देखने लगे, और मुझसे पूछा कि क्या बोला रहे हो, ऐसा क्यों ?
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